भाजपा विधायकों को नैतिक शिक्षा और व्यक्तिगत प्रबंधन की शिक्षा देने के लिए पचमढ़ी में 13-14 फरवरी को 2 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर होने जा रहा है। इसमें ‘मिशन 2023’ (अगला विधानसभा चुनाव) की रणनीति और 22 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र में विधायकों की भूमिका तय करने पर फोकस रहेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पहल पर बनाया गया है।
खास बात यह है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ उनकी पूरी कार्यकारिणी भी इसमें मौजूद रहेगी। सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्वय भी इस आयोजन की एक वजह है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधायकों की ट्रेनिंग के लिए 6 बिंदु तय किए गए हैं।
इनमें विधानसभा सदन में विधायक की भूमिका और उनके अधिकार, मीडिया प्रबंधन, आपसी समन्वय, समय का प्रबंधन तथा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट शामिल हैं। प्रशिक्षण सत्र में मुख्यमंत्री के अलावा सभी मंत्री दो दिन तक पचमढ़ी में ही मौजूद रहेंगे।
दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश बीजेपी अभी से अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है। इसके लिए भाजपा ऐसी रणनीति बना रही है, जिससे कि 2023 तक प्रदेश से कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया किया जा सके।
इसी रणनीति को अमली जामा पहनाने के लिए विधायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पचमढ़ी में आयोजित किया जा रहा है। यही नहीं, पार्टी में इसके लिए कई तरह के नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं। इसके तहत ही सोशल मीडिया के महत्व को देखते हुए उसके लिए रणनीति और गाइडलाइन के साथ पार्टी ने दो से तीन अनुभवी नेताओं का संपादन मंडल बनाने का निर्णय लिया गया है।
SC-ST वोट बैंक पर पकड़ मजबूत बनाने पर होगा मंथन
पार्टी सूत्रों ने बताया कि अनुसूचित जाति जनजाति वोट बैंक पर अपनी कमजोर होती पकड़ को और मजबूती देने पर भी काम करने का फैसला कर चुकी है। बीजेपी को बीते चुनाव में इस वजह से हुए नुकसान की भरपाई के लिए भी योजना तैयार की जा रही है। नगरीय निकाय चुनाव फिलहाल भाजपा के लिए एक पड़ाव रहेगा, लेकिन उसका बड़ा लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनाव ही माना जा रहा है।
सिंधिया समर्थक विधायक समझेंगे पार्टी की रीति-नीति
BJP के प्रशिक्षण वर्ग में नए और पुराने भाजपा के विधायकों को पार्टी की रीति-नीति से रूबरू कराया जाएगा। यह प्रशिक्षण वर्ग इस मायने में भी महत्वपूर्ण होगा कि इसमें कांग्रेस से दल बदल कर BJP में शामिल हुए सिंधिया समर्थक विधायक शामिल होंगे। सिंधिया समर्थक विधायकों को बीजेपी की नीति से रूबरू कराने के लिए यह प्रशिक्षण वर्ग खासा अहम होने वाला है।
दलालों से दूर रहने की दी जाएगी नसीहत
बैठक में पदाधिकारियों को सत्ता के दलालों से दूर रहने की नसीहत भी दी जाएगी। साथ इस बात के भी टिप्स दिए जाएंगे कि किस तरीके से प्रदेश का विकास किया जाए और विधानसभा क्षेत्र में पार्टी खुद को मजबूत करे। इंदौर में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव की मौजूदगी में बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक में निकाय चुनाव के साथ ही 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी मंत्र दिया गया था। अब पचमढ़ी में पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में विधायकों को पार्टी के आगामी कार्यक्रमों और उसमें बीजेपी विधायकों की भूमिका को लेकर मंथन होगा।
4 साल पहले हुआ था विधायकों का IQ टेस्ट
बता दें कि पचमढ़ी में शिवराज सिंह चौहान ने पचमढ़ी में ही अपने तीसरे कार्यकाल में वर्ष 2017 (14-15 फरवरी) अपने मंत्रियों का आईक्यू टेस्ट लेने का भी प्रयोग किया था। उसमें उपराष्ट्रपति और मध्यप्रदेश से जुड़े वेंकैया नायडू जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए थे। इस दौरान विधायकों को सिखाया गया था कि वे जनता के बीच अपना आचरण कैसा रखें।