मार्च-अप्रैल माह में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर अब कांग्रेस भी कमर कसती नजर आ रही है। प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 10 फरवरी को चुनाव प्रभारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में प्रत्याशी चयन पर चर्चा होगी। साथ में हर विधायक को एक-एक निकाय की जिम्मेदारी देने की रणनीति को अंतिम रूप भी दिया जाएगा। कांग्रेस हर निकाय में एक विधायक के साथ एक प्रदेश संगठन व एक यूथ कांग्रेस पदाधिकारी को तैनात कर रही है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने नगरीय निकाय में जीत के लिए मैदानी जमावट करना शुरू कर दी है। दरअसल, इस बार बीजेपी ने ज्यादा से ज्यादा टिकट युवाओं को देने की बात कही है। इसे देखते हुए कांग्रेस भी निकाय चुनाव में युवाओं को मौका देने का मन बनाती नजर आ रही है। विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी की जीत का जिम्मा सौंपा जा सकता है। खास बात है कि हार-जीत के आधार पर ही विधायकों का उनके क्षेत्र में जनाधार का आंकलन भी किया जाएगा। यानि कांग्रेस निकाय चुनाव की जरिए 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी फोकस करती नजर आ रही है।
जिला प्रभारी देंगे फीडबैक
बैठक में निकाय चुनाव के लिए बनाए गए जिला प्रभारी प्रत्याशी चयन व मैदानी तैयारियों के संबंध में कमलनाथ को फीडबैक भी देंगे। राज्य निर्वाचन आयोग संकेत दे चुका हैं कि मार्च के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आयोग की मंशा 10 अप्रैल के पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की है। इसको ध्यान में रखकर कांग्रेस रणनीति पर काम कर रही है।
सुधांशु त्रिपाठी दो दिन के प्रवास पर आएंगे
एआईसीसी के सचिव प्रदेश सह-प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी 9 और 10 फरवरी को भोपाल, विदिशा और रायसेन जिलों में आयोजित कार्यक्रमाें में शामिल होंगे। त्रिपाठी 9 फरवरी को दोपहर 3 बजे प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं ओर पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। त्रिपाठी 10 फरवरी को सुबह 11 बजे विदिशा जिले के पीपलखेड़ा और दोहपर 3 बजे रायसेन में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल होंगे।