एमडी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डाॅ. निपुण जिंदल ने आज राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिला प्रतिरक्षण अधिकारियों और जिला अस्पतालों के विभिन्न मेडिकल कालेजों के प्रभारियों के साथ कोविड-19 टीकाकरण अभियान की समीक्षा की। जिला प्रशासन, पुलिस और शहरी विकास विभाग के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया।
डाॅ. निपुण जिंदल ने बताया कि शनिवार तक राज्य ने कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक के लिए स्वास्थ्य देखभाल श्रमिकों की दो-तिहाई से अधिक कवरेज प्राप्त की। राज्य में प्रति सत्र टीका लगाने वाले लाभार्थियों की औसत संख्या 58 है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
उन्होंने कहा कि जिलों को 9 फरवरी, 2021 तक हेल्थ केयर वर्कर्स की पहली खुराक पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, ऐसे हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए जिन्हें किसी कारण से टीकाकरण नहीं मिल सका है, उन्हें 12 फरवरी, 2021 को खुराक दी जाएगी।
डाॅ. जिंदल ने कहा कि राज्य में टीके का अपव्यय केवल 2.5 प्रतिशत है, जो 10 प्रतिशत के स्वीकार्य आंकड़े से कम है। राज्य पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, शहरी विकास, राजस्व और पंचायती राज विभागों के लगभग 48,000 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को दूसरे चरण में टीकाकरण करने के लिए चिन्हित किया गया है।
दूसरा चरण 10 फरवरी, 2021 से शुरू होगा
डाॅ. जिंदल ने कहा कि जिला स्वास्थ्य टीमों को उन जिलों, उप-प्रभाग मुख्यालयों और बटालियन को लक्षित करने के लिए निर्देशित किया गया है जहाँ इस टीकाकरण का भार अधिक है। राज्य में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण से एक दिन पहले यानी 13 फरवरी तक जिलों को फ्रंटलाइन वर्कर्स के 50 प्रतिशत टीकाकरण को पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि कोविशील्ड की करीब 90,000 खुराकें राज्य सरकार के वैक्सीन स्टोर से वितरित की जा रही हैं। भारत सरकार ने टीकाकरण के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए टीके की निरंतर आपूर्ति का आश्वासन दिया है और राज्य को इस सप्ताह के भीतर कोविशील्ड वैक्सीन की 1,87,000 खुराक प्राप्त हो सकती है।