शहर के उपनगर कोलार में 25 दिसंबर 2017 से पहली बार केरवा डैम से कोलार क्षेत्र में पानी की सप्लाई शुरू हुई। अब तक अधिकांश कॉलोनियों में केरवा का पानी सप्लाई होने लगा है, लेकिन अब भी कई ऐसे लोग है,जिन्हें कोलार डैम से शहर के अन्य इलाकों में सप्लाई होने वाला ही पीना पसंद है। बता दें कि कोलार डैम से पानी की पाइपलाइन कोलार मुख्यमार्ग से ही निकली हैं। जिससे शहर के कई इलाकों में पानी सप्लाई होता हैं, लेकिन कोलार डैम का पानी कोलार में सप्लाई नहीं किया जाता है। ऐसे में बैरागढ़ चीचली से कोलार नहर चौराहे तक कोलार पाइपलाइन के अलग-अलग स्थानों पर लगे वॉल्बों से निकलने वाले पानी को ही भरने की आदत हो गई है, जो केरवा का पानी आने के बाद भी बनी हुई है।
लोगों के घरों में केरवा डैम के पानी की सुबह आठ से 10 और शाम को चार से शाम सात बजे तक अलग-अलग इलाकों में पानी सप्लाई होती है। फिर भी लोग पीने का पानी भरने आज भी कोलार मुख्य मार्ग से निकलने वाली कोलार डैम की पाइपलाइन में लगे वॉल्बों से पानी भरते हैं। लोग कोलार डैम का ही पीना आज भी पंसद करते हैं। डिब्बों से पानी साइकिल, मोटर साइकिल व कारों में भर कर ले जाते हैं। रहवासी विशाल ने बताया कि सालों से कोलार डैम का पानी ही पीने की आदत हो गई है। ऐसे में केरवा का पानी आता है, उसे नहाने, कपड़े व बर्तन धोने में इस्तेमाल करते हैं। पीने के लिए कोलार का पानी भर कर आते हैं। सुबह 10 बजे आफिस से आने से पहले कोलार डैम की निकलने वाली पाइपलाइन के बाल्वों से निकलने वाले पानी को भरते हैं।