बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को विधानसभा में गवर्नर आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वक्तव्य देंगे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ सदन में ही मौजूद रहेंगे।
दरअसल, जब कमलनाथ का भाषण हुआ, तो मुख्यमंत्री सदन में पूरे समय मौजूद रहे। उस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकार ने विपक्ष के नेता के वक्तव्य को बिना टीका-टिप्पणी के सुना। ऐसे में जब सदन के नेता (शिवराज सिंह चौहान) का वक्तव्य होगा, तो विपक्ष के नेता सदन में मौजूद रहें।
बता दें कि कमलनाथ ने अपने वक्तव्य में सरकार पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि गवर्नर के अभिभाषण में सच्चाई कम और झूठ ज्यादा है। कमलनाथ के अलावा कांग्रेस के करीब 12 विधायकों ने सदन में बात रखी। बीजेपी के भी इतने ही विधायकों ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। बजट सत्र के दौरान 6 विधेयकों पर भी चर्चा होगी। हालांकि इसमें धर्म स्वतंत्रता अधिनियम को शामिल नहीं किया गया है। अध्यक्ष गिरीश गौतम ने छह विधेयकों पर चर्चा के लिए पौने दो घंटे का समय निर्धारित किया है। इसके अलावा तीन अशासकीय संकल्पों पर भी चर्चा होगी।
विधानसभा की इन समितियों का होगा निर्वाचन
सदन में आज विधानसभा की लोकलेखा, प्राक्कलन, सरकारी उपक्रम संबंधी, स्थानीय निकाय एवं पंचायती राज लेखा समितियों का निर्वाचन होगा। इसी तरह अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समितियों के सदस्यों को चुना जाएगा।