ऊना। जिले में तेजी से बदल रहे मौसम के चलते अस्पतालों में वायरल और उल्टी-दस्त के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान समय में क्षेत्रीय अस्पताल में ही रोजाना 40 से 60 मरीज बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायत को लेकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
जिले में वायरल फीवर और उल्टी दस्त के मामले पिछले कुछ दिनों में लगातार बढ़ रहे हैं। इन दिनों खांसी, जुकाम, गले में दर्द, बदन दर्द, सिर दर्द शरीर में अकड़न और उल्टी दस्त की शिकायत के साथ मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। इस तरह के मामलों की बढ़ोतरी का कारण मौसम में हो रहे बदलाव और सही खानपान न होना वजह बताया जा रहा है।
बता दें कि जिले भर में दिन में गर्मी और रात के समय हल्की ठंड के कारण अधिकतर लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। इन मामलों में बच्चों की संख्या अधिक है। बच्चों में भी बुखार के साथ उल्टी-दस्त की शिकायतें बढ़ रही हैं।
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचे अभिभावक ज्ञाना राम और राजेश कुमार ने बताया कि बदले मौसम के बीच उनका बेटा अचानक बीमार पड़ गया है। उनके बेटे को पिछले दो दिनों से बुखार और दस्त की शिकायत है। ऐसे में अस्पताल जांच के लिए आए हैं। डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाई लेंगे।
ये हैं वायरल फीवर के लक्षण
वायरल फीवर वाले मरीज के गले और बदन में दर्द, बुखार, सिर दर्द, उल्टियां होना के लक्षण होते हैं। इसके अलावा कुछ मामलों में शरीर में पानी की कमी होना, बच्चों में भी बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायत रहती है। ऐसे में समय रहते नजदीक के अस्पताल में जांच करवाएं।
ऐसे करें बचाव
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ मंजू बहल ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते वायरल और निर्जलीकरण (डी-हाईड्रेशन) के मामले बढ़ जाते हैं। अस्पताल में औसतन 50 से 60 मरीज वायरल की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें। धूप से बचने के लिए छाते का प्रयोग करें। साफ पानी का सेवन करें, नींबू पानी का प्रयोग करें और तले खाद्य पदार्थों से परहेज करें। अगर किसी को चक्कर आ जाए तो उस व्यक्ति के पास अधिक भीड़ जमा न करें। मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचाएं।