ऊना। जिले में कोविड टीकाकरण से छूटे किशोरों और बच्चों को टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रयास तेज कर दिए हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए शिक्षा विभाग से विद्यालयों में टीकाकरण न करवाने वाले बच्चों को ब्यौरा मांगा है। शिक्षा विभाग ने भी निर्देश मिलने के बाद जिले के स्कूलों से जल्द से जल्द संबंधित जानकारी साझा करने के आदेश दिए हैं।
कोरोना से बचाव के लिए जहां एक तरफ सरकार बच्चों से लेकर बुजुर्गों का टीकाकारण किया जा रहा है। ऐसे में जिले में अभी भी कुछ बच्चे और किशोर बचे हैं, जिन्हें अभी तक टीका नहीं लग पाया है। 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों को टीका लगाने के लिए विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण शिविरों का आयोजन कर रहा है।
आलम यह है कि जिला प्रशासन की तरफ से 12 से 14 साल की उम्र के 26,103 बच्चों का टीकाकरण कर कोरोना से सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में अभी तक करीब 18,000 बच्चों को पहली डोज लगी है। ऐसे में लक्ष्य को पूरा करना स्वास्थ्य विभाग को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले में अब जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। अब शिक्षा विभाग ने भी विद्यालयों से जल्द टीका न लगवाने वाले विद्यार्थियों की पहचान करने और उनकी पूरी जानकारी साझा करने के निर्देश दिए हैं।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजू बहल ने कहा कि टीकाकारण से छूटे बच्चों की जानकारी हासिल की जा रही है। इसके लिए विशेष टीकाकरण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
जिले में सरकार के निर्देश मिलने के बाद पांच से 12 साल की उम्र के बच्चों को भी कोरोना से सुरक्षा प्रदान करने के लिए टीकाकारण किया जाना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने आशा वर्कर और शिक्षा विभाग से मिलकर डाटा तैयार करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि 20 मई तक लाभार्थी बच्चों का डाटा तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है