हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का विशेष महत्व है.सभी व्रतों में सबसे कठिन व्रतों में से एक एकादशी का व्रत माह के दोनों पक्षों में रखा जाता है. आषाढ़ माह में पड़ने वाली एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जानते हैं. हर एकादशी का अपना अलग महत्व होता है. एकादशी को व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने और व्रत आदि रखने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है. इस बार योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा.
एकादशी के व्रत का पूर्ण फल तभी मिलता है जब व्यक्ति नियमों का सही से पालन करता है. बता दें कि एकादशी का व्रत दशमी तिथि से शुरू होता है और द्वादशी के दिन पारण किया जाता है. इस दिन खाने-पीने का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं योगिनी एकादशी के दिन किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए.
अगर आप योगिनी एकादशी का व्रत रखने की सोच रहे हैं, तो बता दें कि इस दिन किन चीजों को नहीं खाना चाहिए. एकादशी के दिन चावल और अनाज भूलकर भी न खाएं. और न ही घर में चावल बनाने चाहिए. इस दिन चावल का सेवन करने से व्यक्ति अगले जन्म में रेंगने वाला कीड़ा बनता है.
– एकादशी के व्रत में नमक खाने की भी मनाही होती है. साथ ही, इस दिन चाय का सेवन भी न करें.
– योगिनी एकादशी के दिन घर में प्याज, लहसुन आदि भी न बनाएं. ऐसे करने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं. और व्रत का फल प्राप्त नहीं होता.
एकादशी के दिन करें इन चीजों का सेवन
एकादशी के दिन दूध, दही, फलाहार आदि का सेवन कर सकते हैं. इस दिन भगवान विष्णु को भी फलाहार या मिठाई आदि का भोग लगाएं.
– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप बीमार हैं या पूरा व्रत के नियमों का पालन नहीं कर सकते, तो आलू, कूटू की पकौड़ी या पूरी बना कर खा सकते हैं.
पारण कब करें
एकादशी व्रत का पारण द्वादशी के दिन शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए. अगर आप समय के अनुसार पारण नहीं करेंगे, तो व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलेगा. मान्यता है कि एकादशी के व्रत में पारण का विशेष महत्व होता है.