असम के गुवाहाटी में बैठे शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों से पार्टी ने एक बार फिर मुंबई लौटने की अपील की है। राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के बाहर जो विधायक हैं, उन्होंने हिंदुत्व का मुद्दा उठाया है। जो चाहते हैं कि शिवसेना को गठबंधन से निकलना चाहिए, उन्हें मुंबई आना चाहिए। हिम्मत करके यहां आए और साथ बैठकर बात करें। यहां आकर बात करो तो शिवसेना महा विकास अघाड़ी से भी बाहर आने को तैयार है। फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारी जीत होगी। 24 घंटे में मुंबई आओ और उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर बात करो।
यही नहीं उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि उद्धव ठाकरे जल्दी ही सीएम आवास ‘वर्षा’ वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है। जो विधायक गुवाहाटी में हैं, उनमें से 21 हमारे संपर्क में हैं और वे वापस आना चाहते हैं। इस बीच सूरत में एकनाथ शिंदे कैंप से निकलकर आए नितिन देशमुख ने कहा कि पहले भी कई बार सरकार को गिराने की साजिश की गई है। कुछ लोग हिंदुत्व की बात कर रहे हैं। यदि आप सरकार में सहमत नहीं थे तो उद्धव ठाकरे से मिलकर अपने पद से इस्तीफा दे देना था। लेकिन यहां बात करने की बजाय कुछ विधायकों को लेकर ही वे लोग भाग गए। मीडिया से हमारी मांग है कि महाराष्ट्र में जो हालात हैं, वे ही दिखाए जाएं।
उनके अलावा एक और विधायक कैलाश पाटिल ने कहा कि मुझे सूरत में रखा गया था। इस बीच एकनाथ शिंदे गुट ने भी वीडियो जारी कर समर्थन किया है। इसमें 42 विधायक दिख रहे हैं, जो शक्ति प्रदर्शन करते हुए नारे लगा रहे हैं कि एकनाथ शिंदे संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं। बता दें कि इतनी बड़ी बगावत के बाद भी शिवसेना की ओर से एकनाथ शिंदे और उनके गुट के लिए कड़े शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इससे साफ है कि शिवसेना का रुख नरम है और वह किसी तरह एकनाथ शिंदे गुट को मनाना चाहती है। इससे पहले बुधवार शाम को उद्धव ठाकरे ने भी एक भावुक भाषण देते हुए बागी विधायकों से वापस आकर बात करने की अपील की थी।
बता दें कि इस संकट के चलते एनसीपी और कांग्रेस में भी हलचल मची है। एनसीपी की मीटिंग के दौरान आज शरद पवार ने कहा कि हम सरकार बचाने के लिए उद्धव ठाकरे के साथ हैं। मीटिंग के बाद जयंत पाटिल ने कहा कि हमें बहुत कुछ मालूम नहीं है। कल शाम को पवार साहब ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। हम सरकार बचाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके अलावा शरद पवार ने कहा है कि सत्ता से बाहर रहने के संघर्ष के लिए भी तैयार रहो।