राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना के तार विदेशों से भी जुड़े होने की बात सामने आ रही है। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन करने पर गला काटने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने पुलिस अफसरों ने कई बातें रखी हैं।
उदयपुर की घटना को लेकर बुधवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क होने की जानकारी सामने आई है।
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एकबार फिर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। गहलोत ने कहा, ‘इस घटना में मुकदमा UAPA के तहत दर्ज किया गया है इसलिए अब आगे की जांच एनआईए के द्वारा की जाएगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूरी तरह से सहयोग करेगी। पुलिस एवं प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्रवाई करें।’
इससे पहले सीएम गहलोत ने आरोपियों को पकड़ने वालों के लिए भी बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘उदयपुर की घटना में शामिल आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले पांच पुलिसकर्मियों तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास एवं गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का फैसला किया है।’