कियारा आडवाणी, कार्तिक आर्यन, गजराज राव और राजपाल यादव की ‘सत्यप्रेम की कथा’ फिल्म रिलीज हो गई है. ‘भूलभुलैया 2’ से दर्शकों का दिल जीतने वाली जोड़ी इस बार रोमांटिक फिल्म के साथ दर्शकों के सामने आई है. फिल्म को समीर विद्वान्स ने डायरेक्ट किया है. फिल्म को एक प्रेम कहानी के तौर पर प्रमोट किया गया है लेकिन देखने के बाद इसमें एक सोशल मैसेज भी सामने आता है. इस तरह फिल्म को प्रासंगिक बनाने की भरसक कोशिश की गई है. आइए जानते हैं कैसी है सत्यप्रेम की कथा.
‘सत्यप्रेम की कथा’ की कहानी कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की है. कार्तिक मस्तमौला लड़का है, जिसकी कुछ अपनी समस्याएं हैं. उसकी नजर मिलती है कियारा आडवाणी से और पहली नजर में ही हो जाता है प्यार. लेकिन कियारा की एक कहानी है. फिर दोनों की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव आता है और उसी बदलाव पर पूरी कहानी को रचा गया है. बेशक कहानी में कई सरप्राइज एलिमेंट डालने की कोशिश की गई है. लेकिन सब कुछ जाना-पहचाना सा लगता है. न तो इश्क में वह जुनून है और न ही कहानी में तीखापन. फिल्म के जरिये एक मैसेज देने की कोशिश की गई है और इसी चक्कर में कहानी कहीं-कहीं खींची हुई हो जाती है.
एक्टिंग की बात करें कार्तिक आर्यन ने ठीक-ठाक काम किया है. कई इमोशनल सीन्स में असर डालते हैं. कुल मिलाकर उन्होंने सत्तू के कैरेक्टर के लिए काफी मेहनत की है. कियारा आडवाणी ने अपने किरदार को अच्छे से निभाया है. कथा बनकर उन्होंने कुछ अलग किया है. वह कई सीन्स पर कार्तिक पर भारी पड़ती है. गजराज राव शानदार हैं.
‘सत्यप्रेम की कथा’ को समीर विद्वान्स ने डायरेक्ट किया है. उन्होंने एक प्रेम कहानी गढ़ने की कोशिश की है और वह भी मैसेज के साथ. कहानी में नएपन की कमी है. लेकिन मैसेज के जरिये उन्होंने कहानी पर भारी पड़ने की कोशिश की है.