सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने मालदीव को चीनी, गेहूं, चावल और प्याज सहित आवश्यक वस्तुओं के सीमित निर्यात की अनुमति दी है, हालांकि चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच माले और नई दिल्ली के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं.
सरकार ने एक अधिसूचना में कहा, “1 अप्रैल से शुरू होने वाले 2024/25 वित्तीय वर्ष में मालदीव के लिए इन वस्तुओं के शिपमेंट को निर्यात पर किसी भी मौजूदा या भविष्य के प्रतिबंध/निषेध से छूट दी जाएगी.”
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई देश ने मालदीव को 124,218 मीट्रिक टन चावल, 109,162 टन गेहूं का आटा, 64,494 टन चीनी, 21,513 मीट्रिक टन आलू, 35,749 टन प्याज और 427.5 मिलियन अंडे के निर्यात की अनुमति दी है. भारत ने पत्थर और नदी की रेत के 1 मिलियन टन के निर्यात की भी अनुमति दी है.
मालदीव का परंपरागत रूप से भारत के साथ घनिष्ठ संबंध रहा है, लेकिन देश के भारत समर्थक रुख को खत्म करने के वादे पर अक्टूबर में चुनकर आए नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का रुझान चीन की तरफ ज्यादा रहा है.