मध्य प्रदेश के रतलाम में नाली किनारे पड़े प्लास्टिक बैग को खोलते ही लोगों के होश उड़ गए। थैली के भीतर राख में लिपटी एक नवजात थी। किसी ने जन्म के कुछ देर बाद ही इसे पॉली बैग में भरकर फेंक दिया था। मासूम जिला अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है।
बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टर के मुताबिक, मासूम 8 माह के गर्भ से पैदा हुई। उसके साथ प्लासेंटा (नाल) जुड़ी थी, इससे स्पष्ट है किसी ने जन्म के आधे घंटे के अंदर ही फेंक दिया। उसका वजन 2 किलो है। अभी वह स्वस्थ है। धड़कन सही चल रही है, लेकिन राख व गंदगी में मिले होने से संक्रमण का खतरा है। एनआरसी में केयर कर रहे हैं।
जिस गली में बच्ची मिली, उसी में रहने वाली एक महिला ने बताया कि घटना के आधे घंटे पहले 22 से 25 साल की दो लड़कियां यहां से गुजरी थीं। उन्होंने पल्लू से सिर ढक रखा था और हाथ में कुछ लेकर आई थी। बाद में वे कहां चली गईं, नहीं देखा। ऐसा लगता है कि उन्होंने ही मासूम को फेंका होगा। एसडीएम शिराली जैन ने बताया बच्ची का इलाज चल रहा है। पुलिस से इसके परिजन के बारे में पता करवाएंगे। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।