अहमदाबाद में हार्दिक पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार बनी तो आरक्षण के लिए प्रस्ताव पास करवाएगी कांग्रेस. उन्होंने कहा कि मैंने जानकारों से बात की है और 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण संभव है. उन्होंने कहा कि पाटीदारों का वोट बांटने के लिए बीजेपी ने 200 करोड़ रुपये का फंड बनाया है. मैं किसी भी पार्टी से जुड़ने वाला नहीं हूं यह मै साफ कर देना चाहता हूं.उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले 25 सालों से सत्ता से बाहर रही है. पाटीदार आरक्षण को लेकर कांग्रेस ने जो फॉर्मूला दिया है वह हमें मंजूर है. उन्होंने कहा कि साथ ही हम बीजेपी को कभी माफ नहीं करेंगे. हमें जिस तरह से कांग्रेस कह रही है कि वह हमारी बात सुनेंगे तो हमें लगता है कि हम अब गांव गांव तक कांग्रेस की बात ले जाएंगे.
हार्दिक पटेल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस से हम बहुत पहले से जुड़े हुए हैं और वह हमारे बारे में बहुत ज्यादा सोचती है लेकिन उसने कहा है कि वह सरकार में आई तो प्रस्ताव पास करवाएगी. हार्दिक ने कहा कि हमें अपने समाज के लिए काम करना है और सत्ता में रहना जरूरी नहीं है. गुजरात के विकास की झूठी तस्वीर दुनिया को दिखाई जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस के साथ टिकटों को लेकर कोई सौदेबाजी नहीं की है. इस लड़ाई में जो हमारे साथ होगा हम उसका समर्थन करेंगे. हमसे बार बार यह पूछा जा रहा है कि तुम कांग्रेस के एजेंट हो. गुजरात में वही राज करेगा जो लोगों को मुद्दे को आगे रखेगा.
हार्दिक ने मंगलवर को दावा किया था कि उनके संगठन ने कभी सीट की मांग नहीं की. हार्दिक ने कहा कि ‘भाजपा और कांग्रेस एक जैसी हैं. साल 2015 में हुए पटेल आरक्षण आंदोलन के संदर्भ में हार्दिक पटेल ने कहा कि महज तीन, चार टिकटों के लिए वह पाटीदार समुदाय के शहीदों के बलिदानों को नहीं भूलेंगे. बता दें कि इससे पहले मंगलवार को होने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस को हार्दिक पटेल ने रद्द कर दिया था. बताया जा रहा है कि इस कॉन्फ्रेंस में वो कांग्रेस को समर्थन का ऐलान करने वाले थे.
इससे पहले हार्दिक ने कहा था कि 18 नवंबर को गांधीनगर में रैली करूंगा क्योंकि कांग्रेस के साथ समझौता हो गया है लेकिन बाद में रैली को रद्द कर दिया. 20 नवंबर को हार्दिक की राजकोट में रैली थी लेकिन उसे भी रद्द कर दिया था.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने पास के दो सदस्यों-ललित वसोया और अमित ठुम्मर को रविवार को जारी सूची में जगह दी गई थी. हालांकि, हार्दिक पटेल नीत संगठन ने 20 सीटों की मांग की थी. इस घटनाक्रम से नाराज पास नेतृत्व ने अपने दो सदस्यों (जिन्हें टिकट दिया गया था) को निर्देश दिया था कि वे विरोध स्वरूप अपना नामांकन पत्र दायर नहीं करें. हालांकि, उनमें से एक (वसोया) ने कांग्रेस के टिकट पर धारोजी सीट से अपना नामांकन पत्र दायर कर दिया है.