श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की जीत के साथ ही रोहित शर्मा एंड कंपनी एक बड़े लक्ष्य के साथ मैदान पर उतरेगी. दोनों टीमें जब धर्मशाला में पहला डे-नाइट मुकाबला खेलेंगी, तो भारतीय वनडे टीम के पास आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक पायदान को कब्जाने का पूरा मौका होगा. लेकिन ऐसा करने के लिए उसे ‘एक खास शर्त’ को पूरा करना होगा. और विराट कोहली के बिना टीम के लिए यह शर्त आसान होने नहीं जा रही.
श्रीलंका को टेस्ट सीरीज में शिकस्त करने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी धर्मशाला के स्टेडियम में जमकर पसीना बहा रहे हैं. मगर रोहित के रणबांकुरे एक अलग ही दबाव के साथ शुक्रवार के रण में मैदान पर उतरेंगे. यह दबाव इसी शर्त के रूप में उन पर होगा, जो टीम इंडिया के रैंकिंग में फिर से नंबर एक वनने की राह में खड़ा हुआ है. बता दें कि आसीसी रैंकिंग में फिलहाल दक्षिण अफ्रीका और भारत दोनों के ही 120 रेटिंग अंक हैं, लेकिन अंकों में तकनीकी तौर पर अंतर होने के कारण फिलहाल दक्षिण अफ्रीकी पहली पायदान पर काबिज है.जहां दक्षिण अफ्रीका के 6386 अंक हैं, तो वहीं भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका से सिर्फ सांत अंक पीछे हैं. ये वो अंक हैं जो रेटिंग प्वाइंट्स (120) से अलग होते हैं. टीम इंडिया के 6379 अंक हैं. चलिए बात टीम इंडिया की खास शर्त की करते हैं, जिससे रोहित की टीम को नंबर एक बनने के लिए हर हाल में पूरा करना है. इसके लिए भारत को धर्मशाला का मुकाबला हर और हर हाल में जीतना ही होगा. वैसे बता दें कि मुकाबला सिर्फ धर्मशाला ही नहीं बल्कि 13 दिसम्बर को मोहाली और 17 दिसम्बर को विशाखापत्तनम में होने वाले वनडे मैच भी हर हाल में जीतने होंगे.
श्रीलंका के खिलाफ 2-1 से सीरीज जीतने से ही फिर से नंबर एक का ताज नहीं मिल जाएगा. खास शर्त यही है कि अगर भारतीय वनडे टीम को वनडे रैंकिंग में नंबर एक टीम बनना है, तो उस हर हाल में तीनो वनडे मैच जीतने होंगे. और अगर शुरुआत ही धर्मशाला में हार से हुई, तो रैंकिंग का फिर से राजा बनने का सपना भी धर्मशाला में ही चूर हो पाएगा. साफ है कि रोहित एंड कंपनी हर मुकाबले में इस दबाव के साथ मैदान पर उतरेगी. वहीं अब जब विराट टीम इंडिया के साथ नहीं हैं, तो दबाव को और बढ़ाएगा. अब करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की नजरें इसी पर लगी हैं कि ‘नए लुक’ में टीम इंडिया फिर से वनडे की रैंकिंग का राजा बन पाती है या नहीं.