टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्ड तीसरा दोहरा शतक जड़ने के एक दिन बाद कहा कि वह अपना विकेट नहीं गंवाने के लिये प्रतिबद्ध थे। भारत के कार्यवाहक कप्तान ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में 141 रन की जीत के बाद मुख्य कोच रवि शास्त्री से बात की।बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर इसका वीडियो डाला गया है।
रोहित ने शास्त्री से कहा, ”मैं खुद से कह रहा था कि जब तक मैं गलती नहीं करता मैं आउट नहीं हो सकता। मैं चाहता था कि अगर वे कोशिश करते हैं तो मेरा विकेट लें। मैं अपना विकेट नहीं गंवाना चाहता था और मैं जब तक संभव हो तब तक बल्लेबाजी करने के लिये प्रतिबद्ध था। पारी का आगाज करते हुए रोहित ने 208 रन बनाये जिससे भारत ने कल पीसीए स्टेडियम में चार विकेट पर 392 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। रोहित ने कहा, ”मैं जानता था कि विकेट बहुत अच्छा है और यहां की आउटफील्ड काफी तेज है। इसलिए मैं यही सोच रहा था कि मुझे क्रीज पर टिके रहना है और लाइन पर आकर शाट लगाने हैं।
रोहित ने भारतीय टीम के दमखम के लिये अनुकूलन कोच शंकर बासु की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, ”हमारे ट्रेनर बासु का शुक्रिया। वह वास्तव में हमारे साथ काफी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और मेरी ताकत सही टाइमिंग है। मैं जानता हूं कि मैं महेंद्र सिंह धौनी या क्रिस गेल जैसा खिलाड़ी नहीं हूं। मेरे पास बहुत अधिक पावर नहीं है लेकिन मैं टाइमिंग पर बहुत अधिक भरोसा करता हूं और यही मैंने किया।