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बीमारी के बाद हनी सिंह की वापसी,….

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यो यो हनी सिंह के गाने एक समय में हर पार्टी में बजते थे. बॉलीवुड में भी उनके कई गाने आए, जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया था. हालांकि 2015 में बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण उन्होंने गाना छोड़ दिया था, लेकिन उनके फैंस को अब ज्यादा दिन उनके गाने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

दो साल बाद हनी सिंह एक बार फिर बॉलीवुड सॉन्ग के साथ लौट रहे हैं. उन्होंने कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ के लिए ‘दिल चोरी साडा’ हो गया गाना गाया है. यह एक पार्टी नंबर है, जो पंजाबी सिंगर हंस राज हंस के गाने का रीमेक है. यह गाना 26 दिसंबर को रिलीज होगा.बॉलीवुड में वापसी पर हनी सिंह बहुत खुश है. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा- मैं रिकॉर्डिंग स्टूडियो में आकर बहुत खुश हूं. उन्होंने फैंस को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनकी वजह से ही वो बीमारी से उबर पाए हैं. फैंस के लिए उन्होंने कहा- अपने फैंस के लिए नए गाने लाकर मैं खुश हूं. मैं उन्हें अपना प्यार देना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने मेरे गाने के लिए बहुत इंतजार किया.कुछ दिनों पहले हनी सिंह ने ट्विटर पर अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की थीं, जिसमें उन्होंने बताया था कि वो गंगा के किनारे गाना लिख रहे हैं.

हनी सिंह ने ‘लुंगी डांस’, ‘चार बोतल वोडका’, ‘ब्लू आइज’ जैसे बेहतरीन गाने दिए हैं, लेकिन बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण उन्होंने गाने लिखना छोड़ दिया था. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि मैं शराब का आदी था इसलिए यह बीमारी और बढ़ गई थी.

जब वह अचानक गायब हुए तो लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि ड्रग ओवरडोज के कारण वह रिहैब में हैं, लेकिन हनी सिंह ने इंटरव्यू में इन बातों का खंडन किया था. उन्होंने बताया था- 18 महीने मेरी जिंदगी के सबसे खराब दिन थे. मैं किसी से भी बात करने की हालत में नहीं था. अफवाह थी कि मैं रिहैब में हूं, लेकिन पूरे समय मैं अपने नोएडा वाले घर में था. मुझे बाइपोलर डिसऑर्डर था. मैंने चार डॉक्टर बदले. मुझ पर दवाइयों का असर नहीं हो रहा था और अजीब हरकतें मेरे साथ हो रही थीं. मैं मानता हूं कि मेरे एल्कोहलिक होने की वजह से मेरी बीमारी और बिगड़ गई थी.

उन्होंने कहा, ‘यह बहुत डरावना था. एक साल हो गए थे और मुझ पर दवाइयों का असर नहीं हो रहा था. दिल्ली के डॉक्टर से इलाज के बाद मुझ पर दवाइयों का असर शुरू हुआ था. मैंने खुद को सबसे अलग कर लिया था. मैं अपने कमरे से बाहर नहीं निकलता था. मेरी दाढ़ी बढ़ गई थी और महीनों मैंने अपने बाल नहीं कटवाए थे. 20 हजार लोगों के सामने मैं परफॉर्म करता था, लेकिन उस समय 4-5 लोगों के सामने भी नहीं आ पाता था. बाइपोलर आपके साथ यही करता है.’यह एक तरह की दिमागी बीमारी है जो डिप्रेशन की ही तरह होती है. इसमें इंसान या तो ज्यादा खुश महसूस करता है या फिर बहुत ज्यादा दुखी हो जाता है.

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