ऊना। जिला प्रशासन सूखे से निपटने के दावे कर रहा हैं लेकिन हकीकत यह है कि सर्दी में ही किसानों को अपने खेतों को सिंचाई के लिए उचित मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। आईपीएच विभाग की बिभौर साहिब जल सप्लाई ठप होने से किसानों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दो माह से पानी की सप्लाई न होने से क्षेत्र किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बिभौर साहिब स्कीम के तहत पंप नंबर चार की पेयजल सप्लाई ठप है। इस कारण अप्पर देहलां, वहडाला वारसाडा, लोअर देहलां, भड़ौलियां और बडैहर गांवों के किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को खेतों में गेहूं की बीजाई किए दो माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन पेयजल सप्लाई न होने से किसानों की फसल खराब हो सकती है।
किसानों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों में बहडाला पंचायत प्रधान सोनिया राणा, पंचायत प्रधान अप्पर देहलां कुलविंद्र कौर, भडौलियां कलां के प्रधान नरेश कुमार, देहलां लोअर के प्रधान देवेंद्र कुमार, किसान संघ ऊना मंडल के अध्यक्ष चंचल सिंह, हरदियाल सिंह, अमरीक सिंह, स्वर्ण सिंह, गुरदीप सिंह, देव सिंह का कहना है कि पिछले दो माह से पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर आईपीएच अधिकारियों से भी कई बार मिले लेकिन उनकी समस्या का हल नहीं हुआ।
किसान संघ के महासचिव हरदियाल सिंह ने बताया कि वीरवार को पानी की समस्या को लेकर किसान संघ के सदस्यों ने वीरवार को आईपीएच विभाग के एक्सईएन को भी ज्ञापन दिया। आईपीएच विभाग ऊना के एक्सईएन विकास बख्शी का कहना है कि मामला उनके ध्यान में है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पानी की समस्या हल करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। एक्सईएन ने कहा कि क्षेत्र में पानी की कमी नहीं है, उन्होंने पानी के वितरण के लिए लोगों से सहयोग की अपील की है।