मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने बताया कि प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट मांगने वाले हर उम्मीदवार से 50,000 रुपये पार्टी कोष में जमा कराये जाएंगे। हालांकि, महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों से यह राशि 25,000 रुपये ली जाएगी। यह पैसा डिमांड ड्राफ्ट से लिया जाएगा। यह फैसला प्रदेश चुनाव समिति ने रविवार की बैठक में पारित किया। उन्होंने कहा कि इससे टिकट मांगने वालों में भी गंभीरता बनी रहेगी और पार्टी को कोष के लिए जूझना भी नहीं पड़ेगा।बावरिया ने बताया कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट मांगने वाले उम्मीदवार पांच मार्च से 15 मार्च के बीच अपना आवेदन प्रदेश कमेटी को तय किये हुए डिमांड ड्राफ्ट के साथ देना होगा। वहीं उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस गरीब उम्मीदवारों को पार्टी टिकट देने से वंचित कर रही है। यदि कोई उम्मीदवार गरीब है और दमदार है, तो पार्टी उससे यह राशि नहीं ली जायेगी।
उन्होंने कहा कि आवेदन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं पार्टी के केंद्रीय चुनाव कमेटी इन उम्मीदवारों में से दमदार उम्मीदवार का चयन करेगी। बावरिया ने बताया कि पार्टी का टिकट मांगने वाला कोई भी उम्मीदवार टिकट का आवेदन करते समय शक्ति प्रदर्शन न करे क्योंकि ऐसा करने से मना किया गया है। मध्यप्रदेश की भाजपानीत सरकार को किसान विरोधी एवं भ्रष्टाचारी बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में भाजपा के कुशासन के खिलाफ 12 मार्च से बड़ा आंदोलन करेगी। इसके तहत विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।