कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मूर्ति तोड़े जाने की घटनाओं को धर्मनिरपेक्षता को खंडित करने वाली घटना करार दिया है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिंधिया ने कहा कि ‘भाजपा के सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही देश में जगह-जगह मूर्तियों को टारगेट किया जा रहा है। भाजपा चाहे चुनावों में जीत दर्ज कर रही हो लेकिन बावजूद इसके लोगों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही।’
मालूम हो कि नॉर्थ-ईस्ट में चुनावी नतीजों के ऐलान के बाद देशभर में मूर्ति तोड़ने का सिलसिला तेज हो गया है। त्रिपुरा में लेनिन और तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़े जाने की घटनाएं सामने आई हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार की तरफ से भी इस पर नराजगी जाहिर की गई है।
कांग्रेस की जीत जनता की जीत
24 फरवरी को मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव पर सिंधिया ने कहा कि ‘कोलारस और मुंगावली में कांग्रेस की जीत जनता की जीत है साथ ही लाखों कार्यकर्ताओं की भी जीत है।
आगामी चुनाव में जीत का सीधा असर
बता दें कि दोनों सीटों पर कांग्रेस विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा था। राजनीतक विशेषज्ञों का मानना है कि इन दो सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत का सीधा असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।