चंडीगढ़ में वर्णिका कुंडू का पीछा करने के मामले में आरोपी विकास बराला पर पुलिस ने अपहरण की कोशिश की धारा लगाकर गिरफ्तार कर लिया है. चंडीगढ़ के आईजी का कहना है कि जो 6 सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उससे पता चलता है कि वे वर्णिका की कार का पीछा कर रहे थे. अब हमारे पास इस केस से जुड़े काफ़ी सबूत हैं. वर्णिका की कार का पीछा करने की घटना सीसीटीवी में क़ैद है. विकास और उसके साथ ने गाड़ी से वर्णिका का पीछा किया था.
दोनों के आरोप है कि उन्होंने पहले पीड़िता वर्णिका कुंडू का पीछा किया और फिर उसकी कार को रोककर अपहरण करने की कोशिश की है. वर्णिका कुंडू हरियाणा काडर के आईएएस की बेटी हैं. यह घटना शुक्रवार को हुई थी. इस मामले में पुलिस पर आरोप है कि पहले तो उसने आईएएस अधिकारी की बेटी से जुड़ा मामला होने की वजह से तेजी दिखाई और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया लेकिन जब उसे पता चला कि आरोपियों में से एक बीजेपी नेता का बेटा है तो पुलिस ने मामले में ढील दे दी और दोनों पर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद जमानत दे दी.
इसके बाद यह मामला मीडिया में जोर-शोर से उछाला गया और राहुल गांधी सहित पूरी कांग्रेस हमलावर हो गई और बीजेपी पर सुभाष बराला के बेटे को बचाने का आरोप लगाया. धीरे-धीरे इस मामले में सियासत तेज हो गई. वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टरका कहना है कि सुभाष बराला को उनके बेटे के अपराध के लिए सजा नहीं दी जा सकती है जबकि हरियाणा बीजेपी के उपाध्यक्ष ने तो कह दिया कि बेटियों को देर रात घर से निकलना ही नहीं चाहिए.
पिता ने सोशल मीडिया पर की अपील
हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष के बेटे ने जिस लड़की का कथित तौर पर पीछा किया था, उसके आईएएस अधिकारी पिता ने सोशल मीडिया पर लोगों से आह्वान किया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों से लड़ाई लड़ें उन्होंने अपने परिवार की व्यथा भी साझा की है.
पीड़ित लड़की ने भी अपनी वेदना जाहिर करते हुए एक पोस्ट डाली है जिसमें उसने लिखा है कि वह सौभाग्यशाली है कि किसी आम आदमी की बेटी नहीं है, अन्यथा वह जानती है कि उसकी क्या हालत होती. पीड़िता के पिता ने फेसबुक पर लिखा, ‘अगर हम दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए प्रयासरत नहीं रहते हैं तो और अधिक बेटियां यह आघात सहेंगी.’