ऊना। पेयजल किल्लत से जूझ रहे बडूही गांव के लोगों को अभी समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। आलम यह है कि ग्रामीणों को मात्र एक हफ्ते में दूसरी बार अपनी व्यथा लेकर जिला मुख्यालय ऊना पहुंचना पड़ गया है। मंगलवार को ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत प्रधान विपिन कुमार की अगुवाई में आईपीएच विभाग के ऊना स्थित एसई डॉ. श्याम कुमार शर्मा से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने मांग की है कि बडूही में आईपीएच की ओर से बनाई जा रही नई पेयजल आपूर्ति स्कीम से गांव के लोगों को पानी दिया जाए। गांव में पहले भी करीब तीन योजनाओं का पानी दूर-दराज क्षेत्रों में जा रहा है लेकिन स्थानीय लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। उन्होंने दो टूक कहा है कि यदि नई स्कीम का पानी ग्रामीणों को न दिया गया तो वे उसका काम पूरी तरह बंद कर देंगे। बडूही में लोगों को पिछले तीन सप्ताह से पेयजल किल्लत की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। लोगों का आरोप है कि समस्या के बारे में आईपीएच विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने बताया कि वे 8 मार्च को भी समस्या के समाधान के लिए ऊना पहुंचे थे। उस दौरान अधिकारियों ने वैकल्पिक समाधान कर लोगों को राहत देने की बात कही थी लेकिन ग्रामीणों ने इस समस्या का स्थायी हल करने की मांग की है। उन्होंने मंगलवार को ऊना पहुंच कर इस संबंध में विभाग के एसई डॉ. श्याम कुमार शर्मा को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन देने पहुंचे बडूही के प्रतिनिधिमंडल में शामिल मनमोहन चौहान, पूर्व प्रधान सरदारी लाल, संजीव कुमार, ग्रामीणों सरवण सिंह, नीरज कुमार, प्रवीण कुमार, अकबर अली, शौकीन बीबी, बशीश बीबी, सुनीता रानी, परविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, देसराज, तुलसी राम, महेंद्र सिंह, रोशन लाल, रणजीत सिंह, अशोक कुमार, प्रेम रानी, राज कुमारी, शमशेर सिंह, रविंद्र कुमार, वरिंद्र कुमार, रज्जाक मुहम्मद समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया पिछले तीन हफ्ते से उन्हें पेयजल नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके गांव से तलमेहड़ा, सोहारी-टकोली आदि गांवों को लगातार पेयजल आपूर्ति हो रही है। लेकिन खुद उनके ग्रामीण पानी से वंचित चल रहे हैं। कई बार स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों को मामले के संबंध में बताया गया लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया गया। ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि उनकी समस्या हल नहीं किया गया तो ग्रामीणों को सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजूर होना पड़ेगा। आईपीएच एसई डॉ. श्याम कुमार शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने समस्या से अवगत करवाया है। उनकी मांग पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।