नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस की ओर ला जाए आ रहे आज अविश्वास प्रस्ताव पर सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सांसद अरविंद सावंत ने कहा है कि उनकी पार्टी न तो सरकार के समर्थन करेगी और न विपक्ष के साथ जाएगी. इसे एक तौर पर एनडीए को बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. इससे पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि हमें देखना होगा कि लोकसभा अध्यक्ष क्या फैसला लेती हैं. उन्होंने कहा कि टीडीपी के अपने राज्य का मुद्दा है, हम उनका स्वागत करते हैं. राउत ने कहा कि जहां तक शिवसेना का सवाल है अभी तक हमारी ओर से इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है, उद्धव ठाकरे इस पर आखिरी फैसला लेंगे.
वहीं टीडीपी सांसद टी. नरसिम्हन ने कहा कि उनकी पार्टी आज अविश्वास प्रस्ताव लाएगी और इस पर टीएमसी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से भी बात की है. उन्होंने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है उनको राज्य की भलाई की कोई चिंता नहीं है. वहीं एनडीटीवी से बातचीत में एक और टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू ने कहा कि आज नोटिस दिया गया है. वाईएसआर के आने से कोई समस्या नहीं है. हमारा मकसद सरकार गिराना नहीं बल्कि हमारे मुद्दे पर सदन में चर्चा करना है.
मिली जानकारी के मुताबिक लोकसभा सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव के लिए 3 नोटिस मिले हैं. जिसमें 2 टीडीपी की ओर से और एक वाईएसआर कांग्रेस का है. अगर सदन की कार्यवाही में गतिरोध नहीं होता है और अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 50 सांसद होते हैं तो लोकसभा अध्यक्ष प्रश्नकाल के बाद इसको ला सकती हैं. अभी हंगामे के चलते लोकसभा 12 बजे तक के लिए और राज्यसभा मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है.