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सचिन तेंदुलकर

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सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में शामिल एक भारतीय क्रिकेटर हैं। वे बल्लेबाज़ी में कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं। सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट व एकदिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ है। इसके साथ टेस्ट क्रिकेट में 15,000 से अधिक रन बनाने वाले वे विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है। महान् बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को 16 नवंबर 2013 (शनिवार) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहते ही भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के लिए भी चुन लिया गया। वह इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुने जाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।

सचिन विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिसने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाये हैं।
सचिन राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वे सन् 2008 में पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके हैं।
वे क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्वभर में उनके अनेक प्रशंसक हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर कह कर बुलाते हैं।

जीवन परिचय
राजापुर के सारस्वत ब्राह्मण परिवार में जन्मे सचिन का नाम उनके पिता ‘रमेश तेंदुलकर’ ने उनके चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। उनके बड़े भाई ‘अजीत तेंदुलकर’ ने उन्हें खेलने के लिये प्रोत्साहित किया था। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक बहन सवितई तेंदुलकर भी हैं। 1995 में सचिन तेंदुलकर का विवाह अंजलि तेंदुलकर से हुआ, वो पेशे से डॉक्टर हैं। सचिन की दो संतान हैं- पुत्री सारा और पुत्र अर्जुन। क्रिकेट के अलावा वे अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं।

क्रिकेट की शुरुआत

सचिन अपनी पत्नी (अंजलि), पुत्र (अर्जुन) और पुत्री (सारा) के साथ
सचिन ने शारदाश्रम विद्यामंदिर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। तेज़ गेंदबाज़ बनने के लिये उन्होंने एम.आर.एफ. पेस फाउंडेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की। पर वहाँ तेज़ गेंदबाज़ी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। रमाकांत आचरेकर के निर्देशन में अल्पायु में ही क्रिकेट खेलना शुरू करके तेंदुलकर ने 1988 में स्कूल के एक हॅरिस शील्ड मॅच में विनोद कांबली के साथ खेलते हुए 664 रन की भागीदारी बनाकर स्कूल क्रिकेट में विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। इस धमाकेदार जोडी के अद्वितीय प्रदर्शन के कारण एक गेंदबाज तो रो ही दिया और विरोधी पक्ष ने मैच आगे खेलने से इंकार कर दिया। सचिन ने इस मैच में 320 रन और प्रतियोगिता में हज़ार से भी ज़्यादा रन बनाये। युवाकाल में तेंदुलकर घंटों अपने कोच के साथ अभ्यास करते थे। उनके कोच स्टम्प्स पर एक रुपये का सिक्का रख देते, और जो गेंदबाज़ सचिन को आउट करता, वह् सिक्का उसी को मिलता था। और यदि सचिन बिना आउट हुये पूरे समय बल्लेबाज़ी करने में सफल हो जाते, तो ये सिक्का उन्हें मिलता था। सचिन के अनुसार उस समय उनके द्वारा जीते गये 13 सिक्के आज भी उन्हें सबसे ज़्यादा प्रिय हैं। सचिन ने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुंबई के लिये 14 वर्ष की उम्र मे खेला।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण

सचिन ने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण 15 नवम्बर, 1989 को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कराची में किया तथा सचिन ने अपना पहला एकदिवसीय क्रिकेट मैच भी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 18 दिसम्बर 1989 को खेला। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक बनाकर उन्होंने सुनील गावस्कर, डॉन ब्रेडमैन और विवियन रिचडर्स जैसे क्रिकेट के पूर्व महारथियों के स्थापित कीर्तिमान तोड़ दिए। वह एकदिवसीय क्रिकेट में 18,000 से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। वह दो बार भारतीय टीम के कप्तान बने। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी तेंदुलकर ने 16 वर्ष की उम्र में 1989 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में अपने क्रिकेट जीवन की शुरुआत की। अद्भुत बल्लेबाज़ी करते हुए 20वीं सदी के अंत तक लगभग 11 वर्षो के पेशेवर खेल जीवन में उन्होंने 54.84 रन का ख़ासा ऊँचा टेस्ट बल्लेबाज़ी औसत बनाए रखा, जो ग्रेग चैपल, विवियन रिचडर्स, जावेद मियांदाद, ब्रायन लारा और सुनील गावस्कर जैसे धुरंधरों के रन औसत से कहीं अधिक है। 5 फुट 5 इंच लंबे तेंदुलकर अपने क़द की कमी को अपने पैरों के फुर्तीलेपन से पूरा करते हैं। क्रिकेट इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में से एक सर डोनॉल्ड ब्रेडमैन ने तेंदुलकर की यह कहते हुए प्रशंसा की कि पिछले 50 वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले बेशुमार बल्लेबाज़ों में सिर्फ़ तेंदुलकर उनकी शैली के निकट पहुँच सके हैं।

विश्व कीर्तिमान
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक करने वाले एकमात्र क्रिकेटर
सबसे ज़्यादा वन डे मैच खेलने का रिकार्ड (463 मैच)
वन डे मुक़ाबले में सबसे ज़्यादा रन (18,426 रन)
वन डे मुक़ाबले में सबसे ज़्यादा 49 शतक
वन डे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर
वन डे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा मैन ऑफ द सीरीज
वन डे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा मैन ऑफ द मैच
विश्व कप क्रिकेट मुक़ाबलों में सबसे ज़्यादा रन
विश्वकप में सबसे ज़्यादा शतक, अर्धशतक बनाने का रिकार्ड
1996 और 2003 विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 51 शतक
सबसे ज़्यादा टेस्ट मैच खेलने का रिकार्ड (200 मैच)
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रनों का कीर्तिमान (15,921 रन)
टेस्ट क्रिकेट में 13,000, 14,000 और 15,000 रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज़
अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों (टेस्ट, वनडे एवं टी-ट्वेंटी) में सबसे ज़्यादा रन बनाने का कीर्तिमान (कुल 34,357 रन)
सम्मान और पुरस्कार
राष्ट्रीय सम्मान
16 नवम्बर, 2013 को मुंबई में सचिन के क्रिकेट से संन्यास लेने के संकल्प के बाद ही भारत सरकार ने भी देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की आधिकारिक घोषणा कर दी। 40 वर्ष की आयु मे इस सम्मान को प्राप्त करने वाले वे सबसे कम उम्र के व्यक्ति और सर्वप्रथम खिलाड़ी हैं। गौरतलब है कि इससे पहले यह सम्मान खेल के क्षेत्र में नहीं दिया जाता था। सचिन को यह सम्मान देने के लिए पहले नियमों में बदलाव किया गया था।
1997-98 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं।
सन् 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किये जा चुके हैं।
1994 में अर्जुन पुरस्कार के सम्मान से भारत सरकार द्वारा सम्मानित हैं।
1999 में पद्म श्री, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से भी पुरस्कृत हैं।
2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

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