प्रदेश सचिवालय में अब अफसरों की मेज पर कोई भी फाइल नहीं रुकेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद अफसरों के कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अगर फाइलों में त्रुटियां हैं तो अफसर आपत्तियां लगाकर संबंधित शाखा को भेजेंगे। कंप्यूटर में भी हर दिन फाइलों का अपडेट रखना होगा।
फाइल चाहे विकास कार्यों की हों या कर्मचारियों व अधिकारियों के तबादलों की। मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायतें मिल रही हैं कि अफसरों की मेज से फाइलें नहीं खिसक रही हैं। इससे जनता को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। बीते दिनों भी इसी वजह से वरिष्ठ आईएएस अफसरों को बदलना पड़ा था।अफसरों की मेज पर फाइलें पड़ी रहने पर लोग शिकायत लेकर सीएम कार्यालय पहुंच जाते थे। कई बार तो फाइलें खोजबीन के बाद भी नहीं मिलती थीं। ऐसी स्थिति में लोगों को दोबारा से तमाम औपचारिकताओं को पूरा करना पड़ रहा है। इसके चलते सरकार ने यह व्यवस्था की है।
जब भी मंत्री कार्यालय से डीओ नोट जारी होगा, मंत्री कार्यालय में उसकी एंट्री होगी। उसके बाद इसकी फाइल बनेगी। यह फाइल जब सीएम कार्यालय जाएगी तो वहां पर भी इसकी एंट्री होगी। सीएम कार्यालय से मंजूरी के बाद फाइल संबंधित विभाग की शाखा में जाएगी। अफसरों के पास फाइल पहुंचने पर भी शाखा में इसकी एंट्री होगी।