इसके साथ ही दिग्विजय सिंह से आंध्रप्रदेश के प्रभारी का पद भी वापस ले लिया गया है। इससे पहले उनसे गोवा, तेलंगाना के प्रभारी का पद भी वापस ले लिया गया था। इसके पीछे वजह ये है कि दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं में समन्वय बिठाने के लिए एकता यात्रा करेंगे। जिसके चलते उन्हें प्रदेश में अधिक सक्रियता दिखानी होगी।
हालांकि जब उनसे एक के बाद एक सभी प्रदेशों के प्रभारी का पद वापस लिया गया, तब ये माना जा रहा था कि AICC ने उनसे ये पद छीने हैं। लेकिन, अब ख़बरें आ रही है कि नर्मदा यात्रा के बाद अब एकता यात्रा एवं मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक आदि कार्यक्रमों में दिग्विजय सिंह को अधिक सक्रिय रहना होगा जिसके चलते ये फैसला लिया गया।