मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शिमला शहर के लिए जलापूर्ति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में अवगत करवाया गया कि आज नगर निगम शिमला को 21.94 एमएलडी पानी प्राप्त हुआ, जिसका वितरण जलापूर्ति के लिए जारी की गई समय सारिणी के अनुसार क्षेत्रवार किया गया, जिससे लोगों को काफी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि आज पानी का वितरण कसुम्पटी, पंथाघाटी, पटयोग, न्यू शिमला, कंगनाधार, छोटा शिमला, विकास नगर, खलिनी व इनके साथ लगते बाहरी क्षेत्रों में किया गया।
मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि घण्डल पेयजल आपूर्ति योजना से टुटू व साथ लगते वार्डों में जल उपलब्ध करवाने के लिए दो एमएलडी पानी लिया गया तथा घण्डल परियोजना जो पूर्व में 17 घंटे चलाई जाती थी उसे अब 22 घंटे चलाया जा रहा है ताकि इस योजना से शिमला शहर के लिए अतिरिक्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त शहर में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए 31 बड़े टैंकर भी लगाए गए हैं, जिनमें से आज 23 टैंकरों के माध्यम से शहर के 53 विभिन्न स्थानों पर 2.70 लाख लीटर पानी का वितरण किया गया।
बैठक में बताया गया कि गुम्मा व गिरि नदी के अंतर्गत सिंचाई योजनाओं को क्रमशः सात व 12 घंटे बन्द करने के चलते लगभग तीन एमएलडी अतिरिक्त पानी उपलब्ध हुआ है और बुधवार को नगर निगम को 25 एमएलडी पानी प्राप्त होने की उम्मीद है, जिससे शहर के और अधिक क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि 30 मई को भराड़ी, रूल्दूभट्टा, कैथू, अनाडेल, समरहिल, टुटू, मंझयाट, कच्चीघाटी, टूटीकंडी, कनलोग, नाभा तथा फागली में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कल यानि बुधवार को संजौली, सांगटी, इंजनघर में टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाने के प्रति गंभीर है तथा शहर के लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाने के लिए और प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को साधुपुल, गिरि तथा सुन्नी में बोरवैल स्थापित करने निर्देश दिए ताकि इन क्षेत्रों से टैंकरों के माध्यम से शहर के लिए जलापूर्ति सुनिश्चित बनाई जा सके। उन्होंने अस्पतालों, शिक्षण संस्थानों व सार्वजनिक शौचालयों इत्यादि में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पानी के रिसाव को रोकने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने पम्पिंग स्टेशनों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के भी हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हैंडपम्प स्थापित करने का कार्य भी आरम्भ कर दिया गया है।
बैठक में मुख्य सचिव विनीत चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, सचिव आईपीएच देवेश कुमार, शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप, नगर निगम शिमला के आयुक्त रोहित जम्वाल, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक उमापति जम्वाल सहित सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।