भोपाल. शहीद एएसआई अमृतलाल भिलाला को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। नेहरू नगर में पुलिस लाइंस मैदान में श्रद्धांजलि समारोह हुआ। अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के आला अफसरों से लेकर कर्मचारी तक पहुंचे। उन्होंने शहीद एएसआई भिलाला को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा पचोर में स्व. अमृतलाल भिलाला की प्रतिमा लगायी जाएगी। साथ ही किसी संस्थान का नाम भी उनके नाम पर रखा जाएगा। सीएम शिवराज ने परिवार को एक करोड़ रुपए की मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया। एएसआई अमृतलाल भिलाला की गुरुवार को मौत हो गयी थी। 10 दिन से भोपाल के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
10 दिन पहले गाड़ियों की चेकिंग के दौरान कार सवार तीन युवकों ने उन्हें कार से कुचल दिया था।
– एएसआई अमृतलाल भिलाला निशातपुरा थाने में पदस्थ थे। भिलाला उस वक्त करोंद रोड पर गाड़ियों की तलाशी ले रहे थे।
– आरोपियों ने चैकिंग के लिए अपनी गाड़ी नहीं रोकी और उन्हें रौंदते हुए कार दौड़ा ले गए।
– भिलाला करीब आधा किमी तक घसीटते चले गए. वो बुरी तरह ज़ख्मी हो गए थे। पैर में दो फ्रैक्चर और कंधे की हड्डी टूट गयी थी। साथ ही पीछे की पूरी चमड़ी और मांस उधड़ गया था।एएसआई भिलाला का भोपाल के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. इस हादसे के अगले दिन कार के ड्राइवर सहित उसमें सवार 2 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया था।
भोपाल पुलिस में वर्ष 1985 से जून 2018 तक कुल 21 पुलिसकर्मी और अधिकारियों के ड्यूटी के दौरान जान गंवाने के चलते शहीद का दर्जा मिल चुका है। एएसआई भिलाला इसी क्रम में भोपाल पुलिस के शहीद होने वाले 21वें पुलिस अधिकारी हैं। अब तक आरक्षक (12), हवलदार (3), एएसआई (2), कंपनी कमांडेंट (2), कमांडेंट (1) और प्लाटून कमांडेंट (1) कर्तव्य के लिए अपने प्राणों का न्यौछावर कर चुके हैं।