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ग्रेडिंग में सुधार के लिए विद्यार्थियों के हेप्पीनेस पर ध्यान दें : राज्यपाल….

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राज्यपाल श्रीमती पटेल ने की शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से चर्चा

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि विश्वविद्यालयों को अपनी नेक ग्रेडिंग में सुधार के लिए अधोसंरचना उन्नयन के साथ-साथ विद्यार्थियों के हेप्पीनेस पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को यूजीसी की ग्रांट सहित केन्द्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की उन योजनाओं को लागू करने का प्रयास करना चाहिए, जिससे विभागों से भी ग्रांट प्राप्त हो सके। राज्यपाल ने यह बात आज प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से नेक ग्रेडिंग और रूसा परियोजना पर चर्चा के दौरान कही। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री बी.आर. नायडू, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री अजीत कुमार, यूजीसी की अतिरिक्त सचिव डॉ.श्रीमती रेणू वत्रा, राज्यपाल के सचिव श्री भरत पी महेश्वरी तथा कुलपति उपस्थित थे।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय शिक्षण सत्र 2018 का दीक्षांत समारोह दिसम्बर माह तक आयोजित करने का प्रयास करें। उन्होंने कुलपतियों को ‘गांधी 150’ के तहत 2 अक्टूबर 2018 से एक वर्ष में कम से कम 150 दिन के कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाने तथा 15 अगस्त को केम्पस में ध्वजारोहण तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री बी.आर. नायडू को इस संबंध में एक समिति बनाने के निर्देश दिये। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां गांधी जी गये हैं, उन स्थलों का छात्र-छात्राओं को भ्रमण करवायें तथा महिलाओं के लिए एक यूनिट बनायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘आइ एम फिट- इंडिया फिट चैलेंज’ के अनुरूप विद्यार्थियों में भी दूसरे को चैलेंज देने की भावना विकसित करना चाहिए। इसके लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, प्रायमरी से लेकर हायर सेकेण्डरी स्कूल तक के छात्र-छात्राओं की दौड़, साइकिल प्रतियोगिता, तथा अन्य चुनौतीपूर्ण खेलकूद तथा प्रतियोगिताएं आयोजित करना चाहिए। उन्होंने गुगल पर सर्च कर योग दिवस पर विश्व में योग के संबंध में आयोजित प्रतियोगिताओं की जानकारी प्राप्त कर उससे अधिक योग प्रतियोगिता आयोजित कर योग में विश्व रिकार्ड बनाने तथा गिनीज बुक में प्रदेश का नाम दर्ज कराने के प्रयास करने को भी कहा।

राज्यपाल ने कहा कि चीन और जापान जैसे देशों में भारत से योग गुरू की मांग की गई है। इसके लिए विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को योग शिक्षा देने के साथ-साथ चीनी और जापानी भाषा में योग का अनुवाद कर छात्रों को चीनी और जापानी में प्रशिक्षित किया जाये ताकि विदेशों में उन्हें रोजगार मिल सके। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई तथा स्थिति की पूरी जानकारी तैयार कर राजभवन को भेजने के भी निर्देश दिये।

राज्यपाल ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत मध्यप्रदेश और मणिपुर के बच्चों के सांस्कृतिक दलों के आदान-प्रदान के लिए कम से कम 10 छात्रों को दस शब्द मणिपुरी में अनुवाद कर याद कराये जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोस्टर का सभी विश्वविद्यालय पालन करें तथा मैनेजमेंट में सुधार किया जाये। इस संबंध में शिकायत नहीं आना चाहिए। गांव गोद लेने के बारे में राज्यपाल ने कहा कि राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंच रहा है या नहीं, इस बारे में छात्र-छात्राओं से शोध करवाकर राजभवन को पूरी रिपोर्ट भेजें।

इस अवसर पर सभी विश्वविद्यालयों ने उच्च नेक ग्रेडिंग प्राप्त करने में आने वाली कमियों तथा उनमें सुधार के बारे में विस्तार से बताया।

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