भोपाल। सीबीएसई द्वारा कराई जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट और जेईई अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कराएगी। एनटीए ने ये दोनों परीक्षाएं अब सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी सीटैट की तर्ज पर करवाने की सिफारिश की है। 12वीं के बाद विद्यार्थियों का समय बर्बाद न हो और सभी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए जेईई और नीट के पेपर का स्तर एक हो, इसके लिए एनटीए इस साल दिसंबर और मई 2019 में परीक्षा करवा सकती है। इसकी रिपोर्ट एनटीए ने एमएचआरडी को दे दी है।मंत्रालय की ओर से 16 जुलाई को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। एनटीए के पहले डायरेक्टर जनरल सीबीएसई के पूर्व चेयरमैन विनीत जोशी होंगे।
अगर एनटीए की सिफारिशों को मान लिया जाता है तो दिसंबर 2018 और मई 2019 के एकेडमिक सेशन से आईआईटी और मेडिकल हायर एजुकेशन के लिए ऑनलाइन परीक्षा कराना होगी। अब तक नीट और जेईई में मैथ्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायो से सवाल तैयार होते थे।
अब पैटर्न चेंज हो जाएगा। सीटैट की तर्ज पर पेपर को तैयार किया जाएगा। इसमें रीजनिंग और अंग्रेजी पर आधारित सवाल शामिल किए जाएंगे।अब तक जेईई और नीट दोनों सीबीएसई करिकुलम पर आधारित थे।
यही वजह है कि बांकी बोर्ड वाले विद्यार्थी इन दोनों परीक्षाओं में सफल होने के लिए अतिरिक्त किताबों से तैयारी करते थे, ऐसे में उन्हें थोड़ी दिक्कत होती थी।अब सभी बोर्ड के सिलेबस को ध्यान में रखते हुए एनटीए पेपर को तैयार करेगी।
सीबीएसई ने इन दोनों प्रवेश परीक्षा को ऑनलाइन करवाने के लिए शहर सहित देशभर के स्कूलों से कम्प्यूटर लैब, इंटरनेट स्पीड, कम्प्यूटर एजुकेटेड टेक्नीशियन और अन्य रिसोर्स की जानकारी लेना शुरू कर दिया है।
दिसंबर और मई में अटैंप्ट के दो चांस से कॉम्पिटीशन टफ होगा।स्टूडेंट्स पर दबाव बढ़ेगा, क्योंकि दोनों फेज का जो बेस्ट स्कोर होगा, उसे ही प्राथमिकता दी जाएगी। यानी जिस फेज की अच्छी स्कोरिंग होगी, उसी से मेरिट तय होगी।हालांकि इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
अभी तक 12वीं में स्टूडेंट्स बोर्ड की तैयारी के साथ नीट और जेईई दे रहे हैं।नए प्रस्ताव के अनुसार अब विद्यार्थियों को 12वीं बोर्ड के साथ एक साल में दो अवसर मिलेंगे इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए। वे दिसंबर में नीट और जेईई देने के बाद बोर्ड परीक्षा ठीक से दे पाएंगे।इसके बाद जेईई एडवांस के लिए विद्यार्थियों को करीब डेढ़ महीने का समय मिल जाएगा।