आज से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है. 10 अगस्त तक चलनेवाले इस सत्र के काफ़ी हंगामेदार रहने के आसार हैं. मॉब लिंचिंग, पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती क़ीमत समेत कई दूसरे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. मॉनसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि देश के कई महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा होना जरूरी है, जितनी व्यापक चर्चा होगी, सदन को शक्ति मिलेगा. उतना ही देश को भी लाभ होगा. सरकार को भी अपनी नई प्रक्रिया में अच्छे सुझावों से फायदा होगा. मैं आशा करता हूं कि सभी दल सदन के समय का सर्वाधिक उपयोग देश के महत्वपूर्ण कामों को आगे बढ़ाने में करेंगे. सबका सहयोग रहेगा. देश भर में भारत के प्रतिनिधियों की छवि अच्छी होगी. हमें आशा है कि कोई भी दल किसी भी विषय पर चर्चा करना चाहता है, सरकार हर चर्चा के लिए तैयार है. यह मॉनसून सत्र है. देश के कई इलाकों में कुछ आपदा भी है और बारिश भी है.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने स्वामी अग्निवेश पर हमले का मामला उठाया, इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर भी हमला है. मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव बहस के लिए मंज़ूर, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 10 दिन के भी भीतर इस पर बहस का दिन व समय तय करेंगी
लोकसभा में केन्द्र सरकार के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 50 सांसदों का समर्थन, केन्द्रीय संसदीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार संसद में मॉनसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में कहा, ‘जिस सरकार के राज में किसानों ने खुदकुशी की, जिसके राज में महिलाओं से रोज़ाना बलात्कार होते हैं… हम आपके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखते हैं…’आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर टीडीपी सांसदों के हंगामे के बाद राज्यसभा 12 बजे तक स्थगित. मॉब लिंचिंग को लेकर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा, सांसदों ने लगाए नारे – ‘हमें न्याय चाहिए…’
सोनल मानसिंह, राकेश सिन्हा और रघुनाथ महापात्रा ने राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के रूप में शपथ ली.पीएम ने वरिष्ठ नेताओं अमित शाह, अनंत कुमार और अन्य मंत्री के साथ मॉनसून सत्र पर चर्चा की पीएम मोदी ने कहा, कोई भी सांसद किसी भी विषय पर चर्चा कर सकता है, सरकार हर चर्चा के लिए तैयार है कांग्रेस और विपक्षी दल के अन्य सदस्यों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ संसद के मॉनूसन सत्र में पेश किया अविश्वास प्रस्ताव. खड़गे, वेणुगोपाल, तारिक अनवर ने पेश करेंगे अविश्वास प्रस्ताव विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृहमंत्री राजनाथ सिंह मॉनसून सत्र में शामिल होने के लिए संसद पहुंचे
यह सत्र बुधवार को शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगा. कांग्रेस कई मोर्चों पर मोदी सरकार को घेरने की तैयारियों में जुटी है. दरअसल, आज यानी 18 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है, उम्मीद की जा रही है कि इस बार पिछली बार की तरह हंगामेदार नहीं होगा. हालांकि, इसके लिए लोकसभा स्पीकर ने भी अपनी ओर से पहल की है. महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हुए सरकार ने महिला आरक्षण, एक बार में तीन तलाक और निकाह हलाला संबंधी विधेयकों को संसद से पारित करने में सहयोग करने की मुख्य विपक्षी दल से अपील की.
कांग्रेस ने कहा कि संसद के मॉनसून सत्र में वह कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) तथा महिला सुरक्षा के मुद्दे उठाएगी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इस सत्र को सफल बनाने के लिए हम सरकार का सहयोग करेंगे. हमें उम्मीद है कि हमें देश के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने दिए जाएंगे.उन्होंने कहा कि सोमवार को सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सत्र के दौरान विपक्ष कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाएगा. खड़गे ने कहा, “हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि सरकार पिछले चार सालों में अपने वादे पूरे करने में नाकाम रही है.”