ऊना : एससी-एसटी एक्ट को लेकर सांसदों की सहमति और चुप्पी को लेकर स्वर्ण समाज का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सांसदों की फोटो को श्रद्धांजलि देने और विसर्जन करने के बाद अब उनके नाम पर धर्मशांति होगी। ऊना के स्वर्ण समाज ने तीन अक्टूबर को धर्मशांति करने का फैसला लिया है और इस मौके पर ब्रह्मभोज भी होगा। सांसदों के रवैये को लेकर स्वर्ण समाज इस आयोजन के माध्यम से आत्मिक चोट करेगा। स्वर्ण समाज सांसद शांता कुमार, जेपी नड्डा, अनुराग ठाकुर, रामस्वरूप शर्मा, विप्लव ठाकुर और आनंद शर्मा के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए है।
इस वर्ग के लोगों में गुस्सा है कि किसी भी सांसद ने स्वर्ण समाज के बारे में नहीं सोचा। लोकसभा में एससी-एसटी एक्ट बन गया और इन सांसदों ने वहां उपस्थित रहकर अपनी स्वीकृति दी। यदि ये सांसद इस समाज के हित के बारे में नहीं सोच सकते तो उनके लिए उनका कोई महत्व नहीं है।
स्वर्ण समाज के सदस्य वशिष्ठ कालिया, प्रेम पाल रायजादा, पंडित हर्ष शर्मा का कहना है कि सारी सुविधाएं व सारे लाभ धीरे-धीरे केंद्र सरकार छीन रही है, जो स्वर्ण समाज के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। यदि सांसद समाज की आवाज नहीं बन सकते तो वह उन्हें अपना नहीं मानेंगे। श्रद्धांजलि के बाद धर्मशांति का आयोजन भी इसी का हिस्सा है। आगे भी सांसदों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले गत 18 सितंबर को स्वर्ण समाज ने एमसी पार्क ऊना में सांसदों के नाम व फोटो के सामने श्रद्धांजिल अíपत की थी। बाद में इनके नाम पर नदी में विसर्जन किया था।