देश में लगतार राफेल डील पर विपक्ष की तरफ से उठाए गए सवाल के बाद इस पर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं। 36 राफेल लड़ाकू विमानों का भारत और फ्रांस के बीच उस वक्त सौदा हुआ जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस दौरे पर गए थे। करीब 59 हजार करोड़ रुपये के सौदे के में दोनों देशों के बीच जो समझौते हुए है उसके मुताबिक सभी 36 विमान 66 महीने के भीतर भारत आ जाएंगे। पहले 7 साल शुरुआती क़ीमत पर कल-पुर्जे मिलेंगे।
राफेल की खासियत-
अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा और 3700 किमी. तक मारक क्षमता
24,500 किलो उठाकर ले जाने में सक्षम और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी
150 किमी की बियोंड विज़ुअल रेंज मिसाइल, हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल
यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है. हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता।
स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी
अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा राफेल, प्लेन के साथ मेटेअर मिसाइल भी है
1 मिनट में 60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस
75% विमान हमेशा ऑपरेशन के लिए तैयार हैं, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है
अफगानिस्तान और लीबिया में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुका है
भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं