Home प्रादेशिक हिमाचल में सेब सीजन शुरू,1400 में बिकी टायडमैन की पेटी….

हिमाचल में सेब सीजन शुरू,1400 में बिकी टायडमैन की पेटी….

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हिमाचल में सेब सीजन शुरू हो गया है। मंडी में सेब की पहली खेप पहुंच गई है। शिमला स्थित भट्ठाकुफर फल मंडी में करसोग, कोटखाई, कुमारसैन और ननखड़ी से सेब की पहली खेप पहुंची है। इसमें टाइडमैन , विलियम, समर क्वीन और रेड-जून शामिल हैं। यह सेब की अर्ली वैरायटी है। मंडी में टाइडमैन की एक पेटी 1400 रुपए में बिकी है। इससे बागवान काफी खुश हैं। सेब के अच्छे दाम को लेकर बागवानों के चेहरे भी खिले हुए हैं।

इसके अलावा विलियम और रेड जून वैरायटी के सेब की 400 और 600 रुपए में पेटी बिकी है। पहले दिन मंडी में करसोग और कोटखाई से करीब एक हजार पेटी सेब मंडी में पहुंची। शिमला स्थित भट्ठाकुफर फल मंडी के आढ़ती सुरेश चौहान, गिरीश, सुशील ठाकुर और मनीष का कहना है कि अर्ली वैरायटी पहुंच गई है। बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं। जुलाई में सेब सीजन रफ्तार पकड़ेगा। इस दौरान जिला शिमला के मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सेब की फसल पककर पूरी तरह तैयार हो जाएगी और सेब मंडियों में आना शुरू हो जाएगा।
टाइडमैन सेब की अर्ली वैरायटी है। यह खाने में खट्ठा मीठा होता है। इसे साडा सेब भी कहा जाता है। जूस जैम बनाने के लिए भी इसका काफी प्रयोग होता है। इसके अलावा समर क्वीन का आकार मध्यम से बड़ा है। हल्के लाल और गहरे लाल रंग के साथ पीले रंग की हल्की धारियां भी इस पर रहती है। यह खाने में काफी मसालेदार होता है।
रेड जून सेब का आकार छोटा होता है। इसकी खास बात यह है कि यह ज्यादा स्वादिष्ट पौधे से तोड़ने के तुरंत बाद होता है। यदि इसको पांच दिन रख दिया जाए तो इसका स्वाद फीका हो जाता है। इसके अलावा विलियम सेब का रंग एकदम लाल चटक होता है। यह स्टोरेज करना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि यह दो दिन के भीतर सड़ने लगता है। मार्केट में यह चार सौ से छह सौ रुपए मिलता है। इस साल सेब की पैदावार वैसे ही कम बताई जा रही है। ऊपर से ओलों की मार ने बागवानों की चिंता को बढ़ा दिया है। ओलों की मार के कारण सेब काफी दागी हो गए है। सेब के दागी होने से बागवानों को अच्छे दाम नहीं मिल पाएंगे। इन्हें बागवानों को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।
नाशपाती एक हजार से 1800 रुपए तक बिकी
इसकेअलावा नाशपाती की ओपनिंग भी बेहतर हुई है। नाशपाती की एक पेटी एक हजार से लेकर 1800 रुपए तक बिकी। सीजन के शुरूआत में नाशपाती ने सेब को पछाड़ दिया है। नाशपाती के बागवानों को सेब के मुकाबले 20 से 40 फीसदी अधिक दाम मिल रहे हैं। ढली मंडी में रविवार को 20 किलोग्राम पैकिंग वाली नाशपाती अच्छी बिकी। बाहरी राज्य से अाए आढ़तियों ने नाशपाती की पेटियों को खरीदने के लिए बढ़ चढ़कर बोलियां लगाई। ऐसे में बागवानों को नाशपाती के दाम अच्छे मिल रहे हैं।

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