मध्य प्रदेश की राजनीति में अब राजनीतिक दलों की सियासत के साथ साधु संतों के बीच भी सियासत शुरू हो चुकी है. कंप्यूटर बाबा के शिवराज सिंह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेश्वरानंद ने शिवराज सिंह चौहान के समर्थन में संत समागम का आयोजन कर डाला. यहां एक स्वर में सभी साधु संत शिवराज सरकार की तारीफ करते नजर आए और चौथी बार शिवराज सरकार को सत्ता में आने का आशीर्वाद दे डाला.
भोपाल में आयोजित इस संत सभा में मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बेहद खुश नजर आ रहे थे. खुश होने की वजह यह थी कि संत सभा में जुड़े सभी साधु सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ करते आए. खुश होने की दूसरी खास वजह थी कंप्यूटर बाबा की शिवराज सरकार के खिलाफ इस्तीफा देने के बाद इन साधु संतों का समर्थन.
कंप्यूटर बाबा ने इस्तीफा देते ही शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया है. मंगलवार को कंप्यूटर बाबा इंदौर में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ साधु संतों का समागम करने जा रहे हैं. इस समागम से पहले भोपाल में आयोजित संत सभा में सभी संत शिवराज सरकार की तारीफ करते नजर आए.
मध्य प्रदेश की राजनीति में साधु संतों और धार्मिक स्थलों का बहुत ज्यादा प्रभाव है. प्रदेश की 230 में से तकरीबन 100 से ज्यादा सीटें किसी न किसी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल से सीधे तौर पर जुड़ी हैं. पिछले तीन चुनाव में धार्मिक स्थलों से जुड़ी ज्यादातर सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा है. वही संतों की तारीफ से सीएम भी खुश नजर आए. कंप्यूटर बाबा के विरोध और साधु-संतों के आक्रोश के बाद शिवराज सिंह चौहान के लिए साधु संतों का ये समागम शुभ संकेत नजर आ रहा है. संत सभा में पहुंचे सभी साधुओं ने जहां शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की, तो चौथी बार सत्ता में आने का आशीर्वाद भी दिया.