दरअसल, टिकट वितरण पर दोनों पार्टियां मंथन करने में जुटी हैं, जबकि बीजेपी में इन दिनों टिकट को लेकर अटकलों का बाजार गरम है. नेता बड़ा हो या छोटा हर कोई टिकट पर टकटकी लगाये बैठा है, ऐसे में बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली गोविंदपुरा सीट पर खींचतान मची है. सूत्रों के मुताबिक, इस सीट पर इस बार बाबूलाल गौर की जगह सीएम शिवराज के चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर 89 साल की उम्र में भी 11वीं बार ताल ठोकने को बेताब दिख रहे हैं. अब तक उनके नाम सबसे अधिक बार विधायक बनने का रिकॉर्ड है, जबकि मध्यप्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड शिवराज सिंह के नाम है. यही वजह है कि संघ दिग्गज के सामने दिग्गज को अखाड़े में उतारना चाह रहा है, ताकि इसी बहाने दूसरे दिग्गज को किनारे लगा सके. हालांकि, चर्चा यही है कि संघ की मंशा है कि शिवराज गोविंदपुरा से चुनाव लड़ें, ऐसे में बाबूलाल आग बबूला हो सकते हैं क्योंकि कार्यकर्ता महाकुंभ में खुद पीएम मोदी ने भी कहा था कि गौर साहब एक बार और. और यहां तो कुछ और ही खेल होने वाला है.