त्योहारी सीजन चल रहा है। बाजार पूरी तरह से सज चुके हैं। बावजूद बाजारों से रौनक गायब है। दिवाली के त्योहार को भी अब दस दिन से कम समय रह गया है, ऐसे में दुकानदारों के माथे पर बल पड़ने भी लाजिमी हैं। दरअसल ई-शॉपिंग ने परंपरागत दुकानदारी को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। विशेष रूप से रेडीमेड, जूते, मोबाइल, ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर तो ग्राहकों की बेहद कमी देखी जा रही है। ग्राहक बाजारों का रुख करने के बजाय ऑनलाइन शॉपिंग को ज्यादा तरजीह देने लगे हैं। ब्रांडेड कपड़े, परफ्यूम, फैंसी जूते, घर की साज-सज्जा का सामान, घड़ी और यहां तक कि अब खाने-पीने का सामान भी घर बैठे इंटरनेट की मदद से मंगवाया जा रहा है। बड़ी बात यह ऑनलाइन बाजार में ऐसी चीजों पर आकर्षक ऑफर भी उपलब्ध हैं।
युवा ई-शॉपिंग के तो दीवाने हो चुके हैं। हालांकि चिंतपूर्णी जैसे क्षेत्र में पहले ऑनलाइन कंपनियां सामान नहीं पहुंचाती थीं और ग्राहक को अम्ब या ऊना में कुरियर के माध्यम से सामान लेना पड़ता था पर अब घर-द्वार पर यह सुविधा मिल रही है। ई-शॉपिंग से सामान खरीदने वाले पुष्पेन्द्र्र सिंह नंबरदार, दिलबाग सिंह, विनोद कुमार, अर्चना डोगरा और गिरधारी लाल ने बताया पहले उन्हें यह दुविधा थी कि आर्डर करने के बाद पता नहीं सामान पहुंचेगा भी या नहीं, लेकिन जब प्रॉडक्ट समय और सही मिल गया तो उन्होंने फिर बाजार के बजाय ऑनलाइन शॉपिंग को ही तरजीह दी। बताया प्रमुख ऑनलाइन कंपनियों का सामान बेहतर है और यहां सही चीज मिलती है।युवा अंकित कालिया, हिमांशु शर्मा, अभिषेक ठाकुर और संगीता ने बताया ई-शॉपिंग से कोई चीज खरीदने पर आकर्षक ऑफर मिलते हैं। एक उत्पाद की खरीद पर दूसरा या तीसरा फ्री मिल जाता है। बाजार में कई चीजें ऐसी हैं, जिनके मुकाबले ऑनलाइन शॉपिंग पर 10 से 15 फीसद तक दामों में कमी है। इसके अलावा यहां किस्तों में भीऑनलाइन शॉपिंग में कुछ चीजों पर नहीं मिलती गारंटी वहीं राकेश कुमार, राजकुमार शर्मा, सुरेन्द्र ठाकुर और सपना देवी ने कहा ऑनलाइन शॉपिंग पर कई चीजों पर गारंटी नहीं मिलती। ऐसी स्थिति में बाद में मुश्किलें पेश आ सकती हैं। खरीदारी से पहले सामान के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक है। ऐसे में ई-शॉपिंग छोटे सामान की ही करनी चाहिए।