दरअसल संबित पात्रा ने संघ की शाखा को लेकर जाहिर की गई राय को राम मंदिर से जोड़ दिया और आरोप लगाया है कि कांग्रेस और उसके नेताओं का सिर्फ एक ही एजेंडा है, मंदिर नहीं बनने देंगे और शाखा नहीं चलने देंगे.
जिस पर बोलते हुअ कमलनाथ ने कहा कि, जब भी चुनाव आता है तो इनको राम मंदिर याद आता है. डेढ़ महीने पहले मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में चुनाव आया तो इन्होंने राम मंदिर की बात करना शुरू कर दी 5 महीने बाद केंद्र में चुनाव है इसलिए राम मंदिर की बात की जा रही है.
साथ ही कहा कि यह पिछले साढ़े चार साल से केंद्र की सरकार में हैं और अगर राम मंदिर को लेकर कानून बनाना चाहते तो बना लेते. और उस वक्त अगर कांग्रेस विरोध करती तब यह कहते कि राम मंदिर कांग्रेस नहीं बनना देना चाहती है. राम मंदिर को लेकर यह गुमराह करने की राजनीति करते हैं यही राजनीति इन्होंने साढे 4 साल की और आज फिर कर रहे हैं.