ऊना। धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में हेलीपेड बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए उचित जगह चिह्नित करने की मुहिम शुरू हो गई है। हेलीपेड बनने से धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे, वहीं दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए माता चिंतपूर्णी के दर्शन करना आसान हो जाएगा। श्रद्धालुओं की आमद में भी बढ़ोतरी होगी और मंदिर की आय में भी काफी इजाफा होने की संभावनाएं हैं।
विधायक बलबीर चौधरी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान चिंतपूर्णी में हेलीपैड बनाने की पैरवी की थी। इसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी थी। इसके बाद जगह चिह्नित करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त चिंतपूर्णी मंदिर के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण के लिए 50 करोड़ केंद्र से जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में चिंतपूर्णी पहला ऐसा मंदिर बन गया है जिसे केंद्र से इतनी बड़ी राशि मिली है। मंदिर के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण के बाद एक ही छत के नीचे श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं मिल पाएंगी। प्रधान नर्वदा जसवाल, धर्मसाल महंता प्रधान गुरमीत कौर, बेहड़ भटेड़ के प्रधान सुषमा शर्मा, यशपाल पाली, केवल कृष्ण कालिया, कृष्ण कालिया, रोशन डडवाल, सुरेश सूरी, कुलदीप, प्रधान नरेंद्र कालिया, राजेंद्र, लता ठाकुर ने बताया कि हेलीपेड बनने से चिंतपूर्णी मंदिर आधुनिक सुविधाओं की ओर अग्रसर होगा। श्रद्धालुओं के साथ-साथ क्षेत्रवासियों को भी इसका लाभ मिलेगा। धार्मिक पर्यटन को व्यापक बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय विधायक बलबीर चौधरी ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर के लिए मुख्यमंत्री ने हेलीपेड स्वीकृत किया है। राजस्व अधिकारियों को उचित जगह के चयन के लिए आदेश दिए हैं। मंदिर के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण को 50 करोड़ केंद्र से मिले हैं। दुकानदारों से बातचीत की जा रही है ताकि शीघ्र काम शुरू किया जा सके। एसडीएम सुनील वर्मा ने बताया कि हेलीपेड के लिए उचित भूमि की तलाश जारी है शीघ्र सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।