दिल्ली अब ‘सिटी ऑफ लेक्स’ City Of Lakes से भी जाना जाएगा. ये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आगे की सोच है. इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड ने सोमवार को 453 करोड़ रुपये का फंड दिया. दिल्ली जल बोर्ड ने ग्राउंड वाटर रिचार्ज करने का फैसला लिया है. इस फैसले के तहत राजधानी में पांच झील विकसित करने के अलावा 159 जोहड़ों को फिर से जीवित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली को झीलों का शहर बनाया जाएगा.
दिल्ली सरकार पांच झील तैयार करवा रही है. बोर्ड ने रोहिणी और निलोठी में दो बड़ी झीलों का निर्माण करना का प्रस्ताव पास किया है. रोहिणी में 32 और निलोठी में 25 एकड़ जमीन पर झील का निर्माण होगा. इससे पहले नजफगढ़, द्वारका में निर्माण किया गया है.
रोहिणी और निलोठी के बाद तिमारपुर में झील का निर्माण किया जाना है. रोहिणी और निलोठी में 77 करोड़ की लागत में झील का निर्माण होगा. इन पांचों की झील को पिकनिक स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाएगा. दिल्ली में करीब 200 झील को रेनूवेट किया जाएगा.
पूर्वी दिल्ली की संजय झील पक्षियों का घर माना जाता था. झील में कूड़ा-कचरा डालने से पक्षियों में कमी आई है. ऐसे में उसका फिर निर्माण किया जाएगा. दिल्ली के पुराना किला में एक छोटी सी झील है, जहां बोट राइड किया जाता है. उसका भी पुन:निर्माण किया जाएगा. 15 महीने में इन झीलों का निर्माण किया जाना है. बोर्ड के मुताबिक, इन झीलों का निर्माण दो महीने में शुरू हो सकता है.