मध्य प्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क में एक हैरान कर देने वाली घटना में बाघिन की मौत का मामला सामने आया है. ये घटना हैरान करने वाली इसलिए है क्योंकि बाघिन का शिकार किसी इंसान ने नहीं बल्कि एक बाघ ने ही किया है जो कि आम तौर पर सुनने को नहीं मिलता. विशेषज्ञों के मुताबिक शावकों के वयस्क बाघ का शिकार आम बात है लेकिन वयस्क बाघ का दूसरे वयस्क बाघ को मारकर खाना असामान्य है. पार्क प्रबंधनने इसके लिए अपने-अपने इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को वजह बताया है.
प्रबंधन का कहना है कि मामला दोनों के इलाकों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का है. दरअसल शनिवार को कान्हा नेशनल पार्क में पेट्रोलिंग दस्ते को 2 साल की बाघिन का शव अलग-अलग टुकड़ों में मिला. पेट्रोलिंग दस्ते को नेशनल पार्क में अन्य जगहों पर बाघिन के पैर, सिर और हड्डी मिले थे.शव देखकर साफ था कि उसे बुरी तरह से चबाया गया है. चबाने के निशानों से यही लग रहा था कि बाघ ने इसे भूख मिटाने के लिए नहीं बल्कि गुस्से में मारा है. इसे प्रारंभिक तौर बाघ का हमला माना गया जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम के बाद हो गई.
विशेषज्ञों की मानें तो कान्हा नेशनल पार्क में बाघों के बीच अपने-अपने इलाके की लड़ाई बेहद आम हो गई है क्योंकि पार्क की सीमा तो उतनी ही है. बाघों की आबादी बढ़ी है. इससे टकराव भी बढ़ रहा है लेकिन स्वजातीय भक्षण की इस घटना में वयस्क बाघ का वयस्क बाघिन को मारकर खा जाना एक गंभीर मामला है. पार्क प्रबंधन ने अगर इसका हल नहीं निकाला तो ऐसे और भी मामले आगे सामने आ सकते हैं.गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में पिछले 6 साल में 105बाघों की मौत हुई. इसमें आपसी लड़ाई में 39 बाघ मारे गए थे.