मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को झेहलम नदी और बाढ़ चैनल पर ड्रैजिंग की गति की समीक्षा की। उन्होंने जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पी.एच.ई विभाग को राज्य के विभिन्न हिस्सों में पीने की पानी की कमी की रिपोर्टों पर उचित संज्ञान लेने और पानी की आपूर्ति योजनाओं की शुरुआती कमी से समस्या को दूर करने का निर्देश दिया। राज्य में पेयजल और सिंचाई योजनाओं की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से अलूची बाग, नोगाम, पंजीनारा, पंथा चौक, नातिपोरा, बटमालू, परिमपोरा और श्रीनगर के अन्य स्थानों तथा जम्मू में जानीपुर, अखनूर, तालाब तिलो, पालौड़ा, परेड, रूप नगर, प्रदर्शनी मैदान आदि और अन्य ग्रामीण इलाकों, जहां से आम तौर पर मांग आती है, के क्षेत्रों में पीने के पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए कहा।
टैंकर सेवा को समस्या के एक अस्थायी समाधान के रूप में बताते हुए महबूबा मुफ्ती ने इन दुर्लभ इलाकों में हैंड पंप स्थापित करने का निर्देश दिया है जो लोगों को काफी राहत देगा। उन्होंने जल्द ही निष्पादन योजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया ताकि पीने के पानी की मांग लंबी अवधि के आधार पर की जा सके। मुख्यमंत्री ने राज्य में टंगनार जल आपूर्ति योजना, ग्रेटर जम्मू जल आपूर्ति योजना और ग्रेटर बारामुला, लेह, बामू, केहरील और अन्य महत्वपूर्ण जल आपूर्ति योजना जैसी महत्वाकांक्षी जल आपूर्ति परियोजनाओं की पूर्णता की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने मौजूदा योजनाओं के निशेचन संयंत्रों को अपनी आयु व दक्षता को ध्यान में रखते हुए चरणबद्ध तरीके से उन्नयन का निर्देश दिया। इसके अलावा, उन्होंने गुणवत्ता आश्वासन के लिए निर्वहन स्रोतों की सफाई और पानी के नमूनों का समय पर परीक्षण करने को भी कहा। उन्होंने अधिक धन के लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्कूलों के लिए पानी की आपूर्ति वितरण का भी निर्देश दिया।