राज्य सरकार राज्य में अनछुए पर्यटन स्थलों में बुनियादी ढ़ाचे को विकसित करने पर विशेष बल दे रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह आज पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और एशियाई विकास बैंक (ए.डी.बी) के प्रतिनिधियों के साथ राज्य में (ए.डी.बी) के तहत कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन अधोसंरचना के विकास के लिए ए.डी.बी. द्वारा वित्त पोषित 1900 करोड़ रूपए की पर्यटन अधोसंरचना विकास परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्ेश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे व सुविधाओं का सृजन करना तथा राज्य में नए पर्यटन स्थलों को विकसित करना है। जय राम ठाकुर ने कहा कि ए.डी.बी. द्वारा वित्त पोषित इस परियोजना की सहायता से प्रदेश ग्रामीण व अनछुए क्षेत्रों में पर्यटन विकसित करने तथा बुनियादी ढांचे में सुधार करने में सक्षम होगा तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेगें तथा राज्य सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक पर्यटक गंतव्य के रूप में उभरेगा। उन्होंने ए.डी.बी. परियोजना के तहत विभिन्न परियोजनाओं की निर्धारित समयावधि के भीतर डी.पी.आर. तैयार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि इन्हीं परियोजनाओं पर कार्य शीघ्र आरंभ हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि ए.डी.बी. परियोजनाओं का मुख्य केन्द्र राज्य में पर्यटन के बुनियादी ढांचे को विकसित करके नए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन के विविधिकरण, आजीविका सृजन और रोजगार के अवसर पैदा करना है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए नए पर्यटन गंतव्यों का विकास आत्मनिर्भर अधोसंरचनाओं (सेल्फ ससटेनेबल ईनफ्रास्ट्रक्चर) और सुविधाओं के सृजन के प्रयास किए जाएगें। अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह ने कहा कि इन परियोजनाओं में दो (सॉफ्ट और हार्ड) घटक होंगे और इसमें शहरों का सौंदर्यकरण, अनछुए क्षेत्रों का विकास, धरोहर भवनों का संरक्षण और जीर्णोद्वार, साहसिक गतिविधियों में अधोसंरचना का विकास, ईको-ग्रामीण पर्यटन, सामुदायिक भागीदारी, रोजगार सृजन पर बल दिया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि इन परियोजनाओं की डी.पी.आर. निर्धारित समयावधि में तैयार की जाएगी ताकि ए.डी.बी. द्वारा धनराशि जल्द जारी की जा सके। इस अवसर पर ए.डी.बी. के विशेषज्ञ एलेक्जेंड्रा और विवेक ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू, निदेशक पर्यटन सी.पी. वर्मा, ए.डी.बी. के परियोजना निदेशक प्रवीन गुप्ता व अन्य इस अवसर पर उपस्थित रहे।