Home प्रादेशिक IG जैदी और उसकी टीम पर सूरज की हत्या का आरोप, 302...

IG जैदी और उसकी टीम पर सूरज की हत्या का आरोप, 302 का केस दर्ज….

45
0
SHARE
सूरज जानता था कि गुड़िया के असली कातिल कौन हैं और वह सीबीआई के सामने सारे राज खोल सकता था। बता सकता था कि किस लालच में उसे इस मामले में फंसाया गया। जबकि पुलिस की पोल खुल सकती थी। इसकी कारण उस रात सूरज को आईजी जहूर जैदी और उनकी पुलिस टीम ने इतना टाॅर्चर किया कि उसकी मौत हो गई। जब सूरज मर गया, तो पुलिस ने कहानी बना दी थी कि सूरज और राजू के बीच लॉकअप में लड़ाई हुई। इसी दौरान राजू ने सूरज के प्राइवेट पार्ट को दबाकर उसकी हत्या कर दी । कोर्ट ने सभी आरोपियों को 4 सितंबर तक सीबीआई रिमांड पर भेजा…
खैर अब उनकी पोल खुलने लगी है। थाने का संतरी दिनेश सीबीआई का सरकारी गवाह बन गया है। दिनेश ने बताया था कि उसने राजू और सूरज को लड़ते हुए नहीं देखा था। यही से सीबीआई की जांच की दिशा बदल गई थी।
पुलिस हिरासत में हुई सूरज की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए मंगलवार को सीबीआई ने एसआईटी के प्रमुख आईपीएस अधिकारी आईजी जहूर एच. जैदी समेत आठ पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। एसआईटी चीफ जैदी से लेकर अन्य सभी पुलिस अधिकारियों पर आरोपी की हत्या के मामले में 302 और षड्यंत्र रचने के मामले में 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि पुलिस की कस्टडी में जब सूरज की हत्या हुई, तब ये सभी कोटखाई थाने में मौजूद थे। इसके बाद हत्या का आरोप गुड़िया गैंगरेप के मुख्य आरोपी राजू के नाम पर लगाने की कहानी गढ़ी गई। सभी आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। न्यायालय ने उन्हें 4 सितंबर तक रिमांड पर भेज दिया है। सीबीआई ने इस मामले में हाईकोर्ट को 6 सितंबर को जांच की स्टेटस रिपोर्ट फाइल करनी है। सूरज की मौत 18 जुलाई को लॉकअप में हुई थी।
कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात को तैनात संतरी के बयान से एसआईटी चीफ सहित शिमला पुलिस के सभी अधिकारी सीबीआई के निशाने पर आ गए थे। सीबीआई ने इस मामले में जांच करते हुए जब संतरी से पूछताछ की। उसने बताया कि राजू और सूरज को लड़ते हुए उसने नहीं देखा। जबकि पुलिस ने कहा था कि दोनों में लड़ाई हुई जिसमें सूरज मारा गया। यहीं से सीबीआई की जांच घूम गई। बाद में पता चला कि सूरज की मौत इंटेरोगेशन के दौरान हुई थी और इल्जाम राजू पर डाल दिया गया। पूछताछ में आईजी जैदी ने कहा था िक वे थाने से दोपहर को ही निकल गए थे व अन्य पुलिसवालों ने भी झूठ बोला। कॉल डिटेल निकाली तो सभी की लोकेशन थाने के आसपास पाई गई। सीबीआई ने इस मामले में पूछताछ के दौरान संतरी को अपने साथ ही रखा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here