Home मध्य प्रदेश IT छापे पर अश्विन शर्मा का बयान- आपकी सोच से ज्यादा मेरी...

IT छापे पर अश्विन शर्मा का बयान- आपकी सोच से ज्यादा मेरी दौलत, लेकिन तरीका गलत…

8
0
SHARE

बीते दिनों आयकर विभाग की टीम ने मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और उनके करीबी अश्विन शर्मा के यहां छापेमारी की, उसके बाद से राजनीति गरमा गई थी. बता दें कि अश्विन के भोपाल स्थित प्लैटिनम प्लाजा के फ्लैट पर भी आयकर अधिकारियों की टीम ने रेड मारी थी. 2 दिन की कार्रवाई के बाद टीम तो चली गई और अब छापों पर खुद अश्विन शर्मा का बयान भी सामने आया है. ‘आजतक’ से एक्सक्लूसिव बातचीत में अश्विन शर्मा ने आरोप लगाया है कि आयकर की टीम ने जिस तरीके से कार्रवाई की वो ठीक नहीं थी. हालांकि, अपने इंटरव्यू में अश्विन ने कबूल किया कि उसके पास अकूत दौलत है. पेश है अश्विन से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के अंश:-

देखिए, इनकम टैक्स की कार्रवाई से मुझे शिकायत नहीं और ना ही मुझे कोई आपत्ति है, लेकिन उनके कार्रवाई करने का तरीका गलत था. जिस तरीके से उन्होंने हमारे घर में तोड़फोड़ की और तो और उन्होंने हमारी अलमारियां भी तोड़ दीं. जबकि उनको मैंने सभी चाबियां उपलब्ध कराई थीं. यहां तक कि मैंने उन्हें घर से लेकर ऑफिस तक की सभी चीजें उपलब्ध करा दी थीं. 72 घंटे की रेड के बाद भी उनको मेरे घर से सीमित मात्रा में नगद, सीमित मात्रा में ज्वेलरी मिली. हालांकि, बाद में उन्होंने ज्वेलरी लौटा भी दी फिर भी कार्रवाई करने का तरीका गलत था. जिस तरीके से उन्होंने हमें बंधक बनाया और हमारे परिवार को परेशान किया, वह गलत था. मेरे छोटे भाई के यहां से जो भी नगद बरामद हुआ हम उसकी विधिवत जानकारी शासन को देंगे, आय का जरिया भी उनको बताएंगे और उसके बाद जो होगा वह हम भरेंगे.

दरवाजा खोलने में 3 से 4 मिनट देरी हो गई, तो उन्होंने हमारे घर के दरवाजे तोड़ दिए, उससे पहले उन्होंने जाली वाला गेट तोड़ा. घर के अंदर आने के बाद मोबाइल बंद करा दिए. जिस तरीके से कार्रवाई की गई उसससे हमारे घर वाले डर गए और घर में उस वक्त सभी महिलाएं थीं, इसलिए भी नाराजगी है.छापेमारी के लिए लगभग 50 लोगों की टीम थी.

अगर जानवरों की खाल से संबंधित ट्रॉफियों की बात है तो उसके बिल मेरे पास है, वक्त आने पर उसे भी दिखा दूंगा. रही बात हथियारों की तो सबका लाइसेंस मेरे पास है. सभी हथियारों की जानकारी मैंने शासन को मुहैया करा दी है, इसके बावजूद उन्होंने मेरे खिलाफ कार्रवाई की. इसके अलावा मेरी गाड़ी को लेकर जो विवाद चल रहा है, बता दूं कि सभी गाड़िया मेरे नाम से रजिस्टर हैं, मेरे पास बकायदा उनकी रसीदें भी हैं.

सभी विंटेज गाड़ियां-लग्जरी गाड़ियां जो नीचे खड़ी हैं वह मेरी है. जब आप कहेंगे इनसे जुड़े दस्तावेज दिखाने को तो मैं आपको उपलब्ध करा सकता हूं. इनके रजिस्ट्रेशन पेपर, रखरखाव के पेपर, सब आपको दिखा सकता हूं.

यह तो मैंने मीडिया में ही पढ़ा है कि मैं पिछले 15 सालों से बहुत रसूख वाला हूं, बहुत ताकतवर आदमी हूं. इसका मतलब ये है कि या तो मैं पिछले 15 सालों में ताकतवर हो सकता था या इन 3 महीनों में ताकतवर हो गया हूं. मतलब या तो मैं बहुत बड़ा आदमी बन गया हूं या रातों-रात करोड़पति बन गया हूं, यह दोनों बातें एक साथ संभव नहीं हैं.न तो मैं बीजेपी से जुड़ा हूं और न ही कांग्रेस से, अगर मेरी मानसिकता बीजेपी वाली थी, तो अब मुझे उसके बारे में सोचना होगा.

व्यवसाय के फलने फूलने की बात की जाए तो मुझे लगता है कि 15 साल अच्छा समय था. मैंने भाजपा के शासनकाल में अच्छा काम किया और मेरे समृद्ध व्यवसाय को मैंने और डिवेलप किया. बीजेपी में किसी भी नेता से मेरा कभी कोई संबंध नहीं रहा, लेकिन उनकी जो विचारधारा है उसको मैं पसंद करता हूं.प्रवीण कक्कड़ से मेरी पारिवारिक मित्रता है. हमारा कहीं कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है और ना ही हमने कभी बनने दिया.

अभी कोर्ट जाने के बारे में मैं सोच रहा हूं. बहुत जल्द कोई कार्रवाई करूंगा. मुझसे जो भी मांगा जाएगा समय सीमा में उसके दस्तावेज दूंगा, जो भी कागज मांगा जाएगा वह उपलब्ध करा दिया जाएगा. मेरी तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं है कि मैं शासन की मदद नहीं करूंगा या मैं सपोर्ट नहीं करूंगा, शासन जो भी मांगेगा मैं दूंगा. आप जितना सोच रहे हैं उससे कहीं ज्यादा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here