शिमला के टूटीकंडी के पास जंगल में सोमवार की रात आग लग गई. आग की बढ़ती लपटें देखकर स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचित किया. मौके पर पहुंची टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. हालांकि इस आगजनी की घटना से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
गर्मी का मौसम शुरु होते ही जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. हर साल हिमाचल के जंगलों में आग लगने से करोड़ों की वन संपदा जलकर राख हो जाती है. पिछले साल हुए हादसों से सबक लेते हुए वन विभाग ने घासनियों में आग लगाने के पहले इजाजत लेने के आदेश जारी किए हैं. साथ ही, आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं.
आपको बता दें कि साल 2018 में प्रदेश भर में करीब 1560 घटना सामने आई थी. इनमें सबसे ज्यादा आगलगी की घटना चंबा जिले में हुई थी. आग लगने के कारण सूबे के करीब 4600 हेक्टेयर वन भूमि को नुकसान पहुंचा था. बीते 14 अप्रैल से फायर सीजन की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान उद्योगों, स्कूलों और विभिन्न संस्थानों में जागरूक अभियान चलाए जाएंगे.