नीट आधारित मेडिकल परीक्षा के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में लड़ाई लड़ने वाली 17 वर्षीय दलित लड़की अनीता ने कथित तौर पर खुदकुशी करने की घटना के बाद पूरे तमिलनाडु में प्रदर्शन शुरू हो गया है. चेन्नई में विपक्षी पार्टियों के करीब 1500 कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया है. इन सभी ने राज्य की पलानीसामी सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि सरकारें तमिलानाडु को इस परीक्षा से छूट नहीं दिला पाईं.
तमिलनाडु को राष्ट्रीय प्रवेश-योग्यता परीक्षा (नीट) के दायरे से छूट नहीं दिये जाने के बारे में जानकर अनिता कथित तौर पर परेशान थी. एक दिहाड़ी मजदूर की बेटी का सपना एक डॉक्टर बनने का था. पुलिस ने बताया कि वह गांव के अपने घर में फांसी से लटकी हुयी मिली. उसने पिछले महीने केवल नीट के अंको के आधार पर स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश की मांग करने वाली एक याचिका के विरोध में उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था.
इस बीच, स्थानीय लोगों ने गांव में ‘रोड रोको’ का आयोजन किया और लड़की की मौत को लेकर अन्नाद्रमुक की अगुवाई वाली राज्य सरकार की निंदा की.