ऊना। जिले में बंद गोशालाओं को दो महीने के भीतर शुरू किया जाए। यह बात उपायुक्त संदीप कुमार ने गोशाला के संचालकों के साथ आयोजित बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि जिले में 25 गो सदन हैं। इनमें से 10 काम कर रहे हैं और बाकी पंद्रह किसी न किसी वजह से बंद हैं। उन्होंने निर्देश दिए किए बंद गोशालाओं में कमियों का दूर करके उन्हें दोबारा शुरू किया जाए। कमियों को दूर करने के लिए कुछ काम मनरेगा के तहत करवाए जा सकते हैं और कुछ काम जन सहयोग से करवाए जाएं। उपायुक्त ने गो सदनों का सफलतापूर्वक संचालन करने वालों की प्रशंसा की और प्रशासन की ओर से उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
उपायुक्त ने कहा कि गो संचालक सोसाइटी को बिल प्रस्तुत करने पर गो रक्षा राशि के माध्यम से चारे के लिए 50 प्रतिशत की आर्थिक मदद सरकार की ओर से दी जाएगी। सोसाइटी में 5 सदस्य होंगे। इनमें से दो सरकारी सदस्य होंगे। उन्होंने कहा कि जो गो संचालक गोशालाओं का विस्तार करना चाहते हैं वह अपना प्रस्ताव जल्द से जल्द दें। गोशालाओं में सोलर लाइटें लगवाने के लिए सौर ऊर्जा विभाग से संपर्क किया जा सकता है। इसमें 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है।
गोशालाओं के लिए भूमि, शेड और पानी के लिए प्रदेश सरकार मदद देती है। उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी को भूमि ट्रांसफर करने के मामलों में तेजी लाने को कहा। उपायुक्त ने पशुओं के प्रति क्रूरता रोकथाम सोसाइटी के साथ भी बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को पशु क्रूरता के मामलों को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने और उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में संदीप कुमार ने कहा कि बड़ी गोशालाओं में बैलों को रखने के लिए नंदीशाला बनाने को प्रदेश सरकार मदद देती है। जिन गोशालाओं के पास पर्याप्त भूमि है, वे इस दिशा में काम करें। उन्होंने पशुपालन विभाग के सभी गोशालाओं में पशु चिकित्सक की देखरेख सुनिश्चित करने को भी कहा। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि लावारिस पशुओं की वजह से रात को अकसर हादसे होते हैं, इसीलिए पशुओं को रेडियम कॉलर लगाए जाएं। बैठक के दौरान गौ सदन संचालकों ने अपनी समस्याएं भी रखी और सभी विभागों ने पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बैठक में गो संरक्षण और संवर्धन बोर्ड सदस्य कृष्ण पाल शर्मा, भाजपा नेता सूरम सिंह, जोगिंदर देव आर्य, कुटलैहड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोहर लाल, प्यारे लाल, पूर्व प्रधान गुरदयाल सिंह, अरुण लता सहित विभिन्न गो सदनों के संचालक के साथ-साथ अतिरिक्त उपायुक्त अरिंदम चौधरी, एएसपी विनोद कुमार धीमान, डीएफओ यशुदीप सिंह, जिला राजस्व अधिकारी विद्याधर नेगी, जिला पंचायत अधिकारी रमन शर्मा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए राजेंद्र गौतम, आतमा प्रोजेक्ट के निदेशक बीआर तक्खी, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. मनोज भारद्वाज सहित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।