हिमाचल पुलिस में कांस्टेबल भर्ती में दूसरों की जगह लिखित परीक्षा देते छह युवकों समेत कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद सरकार ने रविवार देर रात को पूरे प्रदेश में लिखित परीक्षा रद्द कर दी है। सीआईडी और कांगड़ा पुलिस ने रविवार को सात युवक परौर सत्संग भवन परीक्षा केंद्र में पकड़े। इनमें छह शातिर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सॉल्वर हैं, जो दूसरों की जगह परीक्षा हॉल में बैठ गए थे। इनसे पूछताछ के बाद परीक्षा में मदद करने आए पांच अन्य लोगों को केंद्र के बाहर से गिरफ्तार किया गया है। कांगड़ा की जवाली तहसील में एक परीक्षार्थी को हाईटेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से नकल करते दबोचा।
हिमाचल के 19 परीक्षा केंद्रों में 38839 अभ्यर्थियों ने रविवार को परीक्षा दी। परौर परीक्षा केंद्र पर करीब साढ़े 11 हजार परीक्षार्थी पहुंचे थे। यहां पर गुप्तचर विंग से एचएससी विजय कुमार, आरक्षी करण सिंह ने पुलिस की मदद से यहां दूसरे की जगह परीक्षा देते दबोचे। कांगड़ा के एसपी विमुक्त रंजन ने बताया कि परौर परीक्षा केंद्र के भीतर से सात और पांच लोगों को बाहर से गिरफ्तार किया है।
पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा के दौरान अनुराग (21) निवासी उड़ान जिला रोहतक, हरियाणा, मंदीप (26) गांव शांतिनगर जिला कुरुक्षेत्र, हरियाणा, प्रशांत (20) गांव नगला झंडू लहरपुर जिला हाथरस उत्तर प्रदेश, कुलदीप (28) निवासी चौसला जिला कल्यात, हरियाणा, सुभाष (27) निवासी जोगिंद्रनगर जिला जींद, हरियाणा, रघुवीर सिंह (21) गांव नगला झंडू लहरपुर जिला हाथरस, उत्तर प्रदेश को दूसरे अभ्यर्थियों का पेपर देते गिरफ्तार किया, जबकि उपकरणों के साथ रुस्तम अली (21) निवासी नगरोटू तहसील जवाली जिला कांगड़ा को पकड़ा गया है।
रोल नंबर 24293 विनीत कुमार के स्थान पर प्रशांत कुमार, रोल नंबर 15514 कमल के स्थान पर कुलदीप, रोल नंबर 48885 अखिल काटल के स्थान पर अनुराग, रोल नंबर 77429 मनीष चौधरी के स्थान पर मंदीप पेपर देने परीक्षा हाल में बैठा, जबकि पुलिस विभाग ने जिन अभ्यर्थियों को रोल नंबर जारी किए थे, वे घर पर ही थे।
कांगड़ा पुलिस ने परीक्षा केंद्र में गड़बड़ियों की जांच के लिए रविवार रात को ही एसआईटी गठित कर दी है। डीआईजी संतोष पटियाल ने बताया कि डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा को एसआईटी का जिम्मा सौंपा गया है। इसके अलावा अन्य सदस्य भी होंगे। उन्होंने कहा कि सभी आरोपी परीक्षा देने से पहले ही पकड़ लिए गए हैं। इसलिए कांगड़ा जिले की लिखित परीक्षा रद्द नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।
शारीरिक दक्षता में बाहर होने के बाद अभ्यर्थी कंप्यूटर से जाली एडमिट कार्ड बनाकर लिखित परीक्षा देने पहुंच गया। परीक्षा हॉल में जब एक ही रोल नंबर के दो परीक्षार्थी पहुंचे तो दोनों में बहस हो गई। ऐेसे मेें परीक्षा निरीक्षक ने जब जांच की तो एक आरोपी का एडमिट कार्ड जाली निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।