ऊना। शहर में बारिश से जहां जिला वासियों को उमस भरी गर्मी से तो किसानों को फसलों की सिंचाई से राहत मिली। दूसरी ओर कुछ लोगों को जलभराव की समस्या से दो-चार होना पड़ा।
जिले में रविवार को करीब एक घंटे तक बारिश होती रही। इससे जिले के ईसपुर, हरोली, बढेड़ा, कोटला खुर्द में जलभराव हो गया। सड़कों और घरों की इर्द-गिर्द बारिश का पानी जमा होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके साथ-साथ बारिश से खड्डों और नालों के उफान पर होने से ग्रामीणों, यात्रियों और चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोग गंतव्य पर करीब एक-डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। जिले में बारिश से कोई भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को जिला ऊना में 1.4 मिमी. बारिश हुई। जिससे जिला वासियों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली और सुहावने मौसम का भी आनंद लिया। रविवार को जिला ऊना का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मक्की की फसल को नुकसान बारिश के साथ तूफान चलने से जिले में मक्की की फसल को नुकसान हुआ है। किसान होशियार सिंह, दरवारा लाल, प्रेम चंद, बलदेव सिंह ने बताया कि तेज हवा के कारण मक्की की फसल खेतों में बिछ गई। खेतों में ही मक्की की फसल ढहने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। जिला में सबसे अधिक ज्यादा नुकसान क्षेत्र कुटलैहड़, चिंतपूर्णी, जोल, अंब, गगरेट, तलमेहड़ा आदि में हुआ है।
बारिश से फसलों में आई नई जान जिला ऊना में किसानों ने इस समय की मुख्य आलू की फसल लगाई है। इसके साथ मक्की की फसल और सब्जियों में खीरा, फ्रांसबीन, घीया, रामतोरी, कद्दू, टमटर, मटर आदि सब्जियों की सिंचाई हो गई है। इससे किसानों को फसलों औरसब्जियों की सिंचाई करने से किसानों को राहत मिली है। बारिश से फसलों में भी नई जान आई है। नाले के तेज बहाव में बहा बाइक चालक
विस क्षेत्र हरोली के पंडोगा गांव में रविवार को बाइक सवार नाले के पानी के तेज बहाव में बह गया। इसे स्थानीय लोगों की मदद से बचाया गया। पंडोगा में एक बाइक चालक नाले में बारिश के पानी के तेज बहाव में बाइक के साथ बह गया। लोगों और एक पेड़ की मदद से चालक की जान बच गई। इसके बाद लोगों ने बाइक चालक को नाले में बाहर निकाला। फसलों में डाले खाद-उर्वरक : कपूर
कृषि उपनिदेशक डॉ. सुरेश कपूर ने कहा कि बारिश होने से जिला में किसानों की फसलों और सब्जियों की अच्छी तरह से सिंचाई हो गई है। इससे फसलों और सब्जियों में नई जान आई है। अब जिला के किसान फसलों और सब्जियों से ज्यादा पैदावार लेने के लिए खाद-उर्वरक डालें